मटुकनाथ की प्रेम कहानी का हुआ दुःखद अंत, घुट-घुट कर म’र रही है प्रेमिका जुली

PATNA ; एक समय था जब बिहार की राजधानी पटना से निकली प्रोफ़ेसर मटुकनाथ और छात्रा जूली की प्रेम कहानी ने पुरे देश में सुर्खियां बटोरी थी. मटुकनाथ-जूली की प्रेम कहानी 2006 में सामने आई थी. उस समय मटुकनाथ पटना विश्वविद्यालय में हिन्दी के प्रोफेसर पद पर कार्यरत थे और जूली इनकी शिष्या थी, जो की मटुकनाथ से आधी उम्र की थी. आज भी शादीशुदा अधेड़ उम्र के प्रोफ़ेसर मटुकनाथ और काफी कम उम्र की छात्रा जूली की यह प्रेम कहानी हर साल वैलेंटाइन के मौके पर मीडिया की सुर्ख़ियों में अपनी जगह तलाश लेती है. लेकिन इस वैलेंटाइन मटुकनाथ और जूली के बारे में जो खबरें सामने आई है उसने सभी को एकबारगी सोचने पर मजबूर कर दिया है.

भोजपुरी की गायिका देवी ने इस वैलेंटाइन खुलासा किया है कि वह जूली के संपर्क में हैं. देवी ने बताया कि अचानक एक दिन उन्हें एक परिचित का मैसेज आया जिससे जानकरी मिली कि जूली कई महीनों से मानसिक रूप से बीमार है और वेस्टइंडीज के त्रिनिदाद में जिंदगी और मौत से जूझ रही है. यह खबर सुनने के बाद देवी ने जूली से संपर्क साधा तो जूली ने अपनी तस्वीर भेजकर उन्हें अपनी हालत से वाकिफ कराया और भारत लाकर उसका इलाज करने की गुहार लगाई. देवी ने मटुकनाथ पर इतना तक आरोप लगाया है कि मटुकनाथ को देवी ने जूली के बारे में सारी जानकारी दी लेकिन सबकुछ जानने के बाद भी मटुकनाथ ने उसे भारत लाने से इनकार कर दिया और कहा मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं. मटुकनाथ के बाद देवी ने जूली के भाई से भी सम्पर्क किया लेकिन जूली के भाई ने यह कहकर मदद करने से इंकार कर दिया कि उसका रिश्ता खत्म हो चुका है. वह किसी जूली को नहीं जानते.

देवी ने थक हारकर अब सीएम नीतीश को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने जूली को भारत वापस लाकर इलाज की मांग की है. देवी ने मटुकनाथ के प्रेम को झूठा और ढोंगी करार देते हुए कहा कि जिस लड़की ने इस प्रेम की खातिर सबकुछ खत्म कर लिया उसे मटुकनाथ ने इस हालत में छोड़ दिया. वहीं मटुकनाथ ने भी अपने उपर लगे सभी आरोपों पर चुप्पी तोड़ी है. मटुकनाथ ने बताया कि सच है कि जूली की तबीयत खराब थी, लेकिन अब उसकी तबीयत ठीक है. मेरी उनसे बात हुई है और वो अब भारत आना चाह रही हैं, वो जल्द आएंगी. वहीं मटुकनाथ ने देवी के बारे में कहा है कि वह सीएम के नाम पत्र लिखकर चेहरा चमकाना चाह रही हैं.

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