सुरक्षा उपकरणों की कमी पर लिखने वाला डॉक्टर हुआ गिरफ़्तार, हाईकोर्ट ने जताई नाराजगी.

देश में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है और अब 3000 से भी अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके है। लेकिन परेशानी कि सबसे बड़ी वजह ये है कि पीपीई किट के अभाव में डॉक्टर्स अपने जान जोखिम में डालकर लोगो का इलाज कर रहे है, और यही कारण है कि अभी तक 50 से भी ज्यादा डॉक्टर्स कोरोना की चपेट में आ चुके है।

ऐसा ही मामला सामने आया है अब कलकत्ता से जहां कोलकत्ता हाईकोर्ट ने स्वास्थ्यकर्मियों के लिए सुरक्षा उपकरणों की कमी की शिकायत करने वाले डॉक्टर को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने और लंबे समय तक उससे पूछताछ करने की निंदा की है.

अदालत ने इस संबंध में पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा जब्त किए गए डॉक्टर का मोबाइल फोन और सिम कार्ड लौटाने के भी निर्देश दिए हैं.

दरअसल कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. इंद्रनील खान ने 28 मार्च को सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें पोस्ट की थीं, जिसे नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज और कलकत्ता मेडिकल कॉलेज ऑफ नर्सेस के उनके पूर्व सहयोगियों ने साझा किया था. इन तस्वीरों में नर्सों और डॉक्टरों को बिना सुरक्षा उपकरणों के कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज़ों का इलाज करते देखा जा सकता है.

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