भारत-नेपाल सीमा पर एनएसए अजीत डोभाल की नजर, एसएसबी जवानों को दिया गया है खास निर्देश

अगला चुनाव बिहार में है, सीमावर्ती जिले के लोग म/रने के लिए तैयार रहे…डोभाल की नजर आप पर है

भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी का अब और कड़ा पहरा रहेगा। धुसपैठ की लगातार मिल रही शिकायत को देखते हुए सीमा से हर आने जाने वालों की निगहबानी के लिए एसएसबी 22वीं वाहनी के कमांडेंट मनोज कुमार सिंह ने भारत नेपाल सीमा सोनौली का निरीक्षण किया। अधिकारियों को सीमा पर चौकसी तेज करने और पगडंडियों पर पुलिस के साथ संयुक्त पेट्रोलिंग के कड़े निर्देश दिया। बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल की खास नजर भारत-नेपाल सीमा पर है।

कमांडेंट ने बताया  कि नेपाल के रास्ते राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा खुली सीमा का दुरुपयोग करने की लगातार मिल रही रिपोर्ट के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने पिछले दिनों दिल्ली में बैठक बुलाई थी। इसमें सीमा पर तैनात खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों तथा सीमावर्ती जिले के पुलिस अधिकारी भी शामिल हुए थे।

उन्होंने बताया कि महराजगंज की 84 किमी लंबी सीमा नेपाल से लगती है। दोनों देशों में आवाजाही के लिए महराजगंज में जिले में सोनौली, ठूठीबारी , भगवानपुर और झुलनीपुर में ही अधिकृत रास्ते हैं। लेकिन सामान्य आवाजाही के लिए सीमाई इलाके में रहने वाले दोनों देशों के ग्रामीणों ने अपनी सुविधानुसार जगह-जगह बॉस बल्ली के पगडंडी रास्ते बना रखे हैं।

सीमा की सुरक्षा में लगी एजेंसियों के लिए यही पगडंडी रास्ते बड़ी चुनौती साबित हो रहे हैं। खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक देश विरोधी तत्व तस्करी और अन्य गतिविधियों को अंजाम देने के लिए इन्हीं पगडंडियों का इस्तेमाल करते हैं। इस वजह से सुरक्षा एजेंसियों को खासी मुश्किल पेश आती है। सोनौली सीमा पर यात्रियों के आवागमन की संख्या दस हजार है, जो किसी चुनौती से कम नहीं है।

नेपाल हमारा मित्र राष्ट्र है, दोनों देशों के बीच बेटी-रोटी का रिश्ता सदियों पुराना है। सीमाई इलाके में एक देश के लोगों की दूसरे देश में शादियां होना यहां आम बात है। इसी तरह काम की तलाश में रोज बड़ी संख्या में लोग एक देश से दूसरे देश में आते-जाते रहते हैं इसलिए इस सीमा पर कभी कभार मानवता को भी देखना पड़ता है।

Input : Amar ujala

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