विदेश से आने के बाद गांव में ताश खेलता था बिहार में कोरोना से जान गंवाने वाला युवक, पीता था शरा’ब

विदेश से लौटने के बाद गांव में ताश खेलता था बिहार में कोरोना से जान गंवाने वाला युवक, पीता था शरा’ब

जो बिहार कल तक कोरोना को लेकर सुरक्षित महसूस कर रहा था, उस बिहार में एक दिन में ही कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौ’त की खबर और उसके बाद दो अन्य कोरोना पॉजिटिव मरीज के पटना के अस्पतालों में इलाज की खबर ने बिहार को चिंता में डाल दिया है. रविवार को पटना के एम्स में कोरोना से एक मरीज की मौ’त की खबर के बाद स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मचा हुआ है. कोरोना से जा’न गंवाने वाले सैफ अली के गांव चुरंबा से चारों ओर तीन किलोमीटर के क्षेत्र को सैनिटाइज किए जाने की तैयारी चल रही है. वहीं जरूरत पड़ने पर जिला प्रशासन पुरे जिले को सैनिटाइज करने की तैयारी में है. इस बीच कोरोना संक्रमण से जा’न गंवाने वाले मुंगेर के सैफ अली के बारे में कई बातें निकलकर सामने आ रही है.

कोरोना की चपेट में आकर जा’न गंवाने वाले सैफ के संपर्क में उसके गांव के कई लोग आए. यहां तक कि युवक का श’व देखने के लिए 21 तारीख की रात में ही काफी संख्या में लोग उसके घर पहुंचे थे, जहां श’व की प्लास्टिक को फाड़ कर कई लोग नजदीक से मृत युवक को अंतिम बार देखा था. इसके अलावा पत्नी सहित पांच बच्चे सैफ के श’व से लिपटकर रोये थे. आस-पास के ग्रामीणों ने बताया कि 13 मार्च को कतर से लौटने के बाद सैफ गांव के कई युवकों के साथ बैठ कर ना सिर्फ श’राब पीता था बल्कि घंटों ताश भी खेलता था. जिसके बाद आब सैफ के क़तर से गांव वापस आने से लेकर मौ’त तक जितने भी लोग उसके संपर्क में आयें हैं सभी में कोरोना संक्रमण की आशंका व्यक्त की जा रही है. वहीं इस मामले में सीएस डॉ. पुरुषोत्तम कुमार ने कहा है कि सैफ अली के संपर्क में जितने लोग आए हैं सभी की सूची तैयार की जा रही है. सभी का कोरेनटाइन किया जाएगा.

दरअसल मामले में सबसे बड़ी लापरवाही स्वास्थ्य विभाग की बताई जा रही है. सैफ अली कतर से किडनी में इंफेक्शन की शिकायत पर मुंगेर वापस आया था. सैफ अली 12 मार्च को कतर से हवाई जहाज से भाया कोलकाता पहुंचा, जहां से 13 मार्च को कोलकाता से पटना होते हुए गांव से स्कार्पियो मंगवाकर मुंगेर पहुंचा. 14 से 15 मार्च के बीच सैफ ने दोस्तों के साथ ताश भी खेली और शरा’ब भी पी जिसकी जा’नकारी गांव के मुखिया प्रतिनिधि शाहिन रजा चिंटू ने दी. वहीं 16 मार्च को सैफ अली जीवन अवतार हॉस्पिटल में इलाज कराने पहुंचा, जहां से उसे जांच के लिए रेफर किया गया. दोपहर बाद ब्ल’ड चढ़ाने वह सदर अस्पताल पहुंचा, डॉ. सोहन लाल ने उसे ब्ल’ड के लिए लिखा. उसी दिन शाम को वह नेशनल हॉस्पिटल गया, जहां डॉ. अयूब ने मरीज की जांच के बाद पटना रेफर किया. पटना के निजी क्लीनिक शरनम अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया, जहां दो दिन उसकी इलाज हुई. 19 मार्च की शाम युवक को पीएमसीएच रेफर किया गया, लेकिन पीएमसीएच में एडमिट नहीं करने पर एम्स में उसे एडमिट करवाया गया. इलाज चलता रहा और इस बीच 21 मार्च शाम साढ़े तीन बजे युवक के परिजनों को सैफ की मौ’त की सूचना दी गई. 21 की देर रात 10.30 श’व मुंगेर पहुंचा. सैफ के मौ’त होने के 22 घंटे बाद 22 मार्च दोपहर 12 बजे सैफ अली के कोरोना पॉजीटिव होने की रिपोर्ट आई. जिसके बाद बिहार के स्वास्थ्य महकमा से लेकर गांव वाले दहशत में आ गये. यह खबर आने की बाद गांव वाले श’व दफ़नाने के लिए भी नहीं जा रहे थे. जिसके बाद मौके पर पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने 4 पीपीटी किट मुहैया करवाए जिसे पहन कर युवक के पिता, पुत्र व परिजन ने श’व को क’ब्रिस्तान में द’फनाया.

बिहार में एक दिन में ही कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौ’त की खबर और उसके बाद दो अन्य कोरोना पॉजिटिव मरीज के पटना के अस्पतालों में इलाज की खबर ने बिहार को चिंता में डाल दिया है. रविवार की दोपहर यह खबर आई, जिसके बाद सरकार ने तुरंत सभी विभाग के अधिकारीयों के साथ शाम के चार बजे सीएम आवास पर महत्वपूर्ण बैठक की. जिसमें एहतियात के तौर पर सरकार ने राज्य के सभी शहरी इलाकों को 31 मार्च तक लॉकडाउन करने के आदेश जारी कर दिए, जिनमें जिला व अनुमंडल मुख्यालय शामिल है. कोरोना की रोकथाम को लेकर शनिवार को ही बिहार में सभी प्रकार के बसों के परिचालन पर सरकार रोक लगा चुकी है. वहीं सीएम ने 31 मार्च तक वायु सेवा पर भी रोक लगाने की मांग केंद्र सरकार से की है.

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