बरौनी-कानपुर पाइपलाइन में छेद, तेल लूटने की मची होड़, बोतल,बरतन और डिब्बा लेकर पहुंच गए लाेग

PATNA: बिहार के फुलवारीशरीफ में नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत नाला निर्माण के दौरान इंडियन ऑयल की बरौनी-कानपुर पाइपलाइन में लीकेज हो जाने से हजारों लीटर तेल बह गया. जानकारी मिलते ही कंपनी के अधिकारियों ने पाइपलाइन से तेल की आपूर्ति रोक दी. सड़क के किनारे तेल बहने के कारण एहतियातन अग्निशमन दस्ते को बुलाया गया. दो घंटे की मशक्कत के बाद लीकेज पर काबू पाया गया.

दरअसल बेउर के सिपारा स्थित राधामोहन कॉलोनी में एलएंडटी कंपनी नमामि गंगे प्रोजेक्ट का काम कर रही है. इसी के तहत बाइपास के 70 फीट के पास नाला निर्माण के लिए गहरा गड्ढा खोदा गया था. इसी दौरान मंगलवार की सुबह इंडियन ऑयल की बरौनी-कानपुर पाइपलाइन में छेद हो गई. मंगलवार की सुबह करीब 5 बजे लोग मॉर्निंग वॉक के लिए निकले तो देखा कि सड़कों पर डीजल बह रहा है. तेल पास के पानी भरे गड्ढे में जा रहा था. तेल बहने की खबर फैलते ही डीजल लूटने की होड़ लग गई. पुरुष, महिलाएं और बच्चे बोतल, बरतन और प्लास्टिक का डिब्बा लेकर पहुंच गए.

पाइपलाइन में छेद होने के बाद बजे अलार्म से तेल डिपो के अधिकारियों में हड़कंप मच गया. बेउर पुलिस के साथ इंडियन ऑयल के अधिकारी आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और कर्मियों की मदद से डीजल बहते एरिया की घेराबंदी और माइकिंग कराकर लोगों को सावधान कर दिया. माइक से ऐलान किया गया कि बीड़ी, सिगरेट जैसी ज्वलनशील वस्तुओं को इधर न फेंकें. एहतियातन अग्निशमन दस्ते को भी बुलाया गया. आसपास के घर वालों में अफरातफरी मच गई. कई लोग दहशत के कारण घर छोड़कर बाहर निकल गए.

स्थानीय इंजीनियरों ने बताया कि सूचना मिलते ही पाइप को दाे घंटे के अंदर डीजल से खाली कर दिया गया. पाइप की मरम्मत में 14 घंटे का समय लगा. एहतियात के तौर पर घटनास्थल पर सभी तरह के सुरक्षा इंतजाम किए गए थे. उधर इंडियन ऑयल सिपारा के स्टेशन मैनेजर अभय किशोर ने बताया कि सुबह 5:35 बजे सूचना मिली. कितना नुकसान हुआ है, इसका आकलन करने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. थानेदार फुलदेव चौधरी ने कहा कि आईओसी के अधिकारी से बात हुई है, वह सनहा दर्ज कराएंगे.

इंडियन आॉयल के मुख्य महाप्रबंधक केके चौधरी ने बताया कि बुडको को खुदाई की अनुमति दी गई थी. शर्त थी कि खुदाई आईओसी के इंजीनियर की निगरानी में हो. लेकिन बुडको ने खुदाई का जिम्मा एल एंड टी कंपनी को सौंप दिया. कंपनी ने बिना सूचना खुदाई शुरू कर दी, जिसके कारण पाइप क्षतिग्रस्त हो गया. सूचना मिलने पर सप्लाई बंद की गई और डीजल को मुगलसराय स्टेशन से खाली करवाया गया.

एल एंड टी कंपनी के वित्त प्रशासन प्रबंधक मो. मुस्ताक ने बताया कि आईओसी द्वारा दो मीटर नीचे पाइप बताया गया था, जिसे छोड़कर कंपनी सीवरेज के लिए मशीन से चार मीटर नीचे खुदाई कर रही थी. लेकिन पाइप दो मीटर की बजाय चार मीटर नीचे था, जिससे क्षतिग्रस्त हाे गया. बीके पाइपलाइन के असिस्टेंट मैनेजर अनुराग कुमार ने बेउर थाने में सनहा दर्ज कराया है. वरीय पदाधिकारी क्षति का आकलन कर रहे हैं.

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *