300 साल पुराने महावीर मंदिर में पहली बार भक्तों के बिना ही मनेगी रामनवमी, सिर्फ रामनवमी के दिन मंदिर में ध्वज बदले जाएंगे

300 साल पुराने महावीर मंदिर में पहली बार भक्तों के बिना ही मनेगी रामनवमी
चैती नवरात्र कलश स्थापन भी नहीं हाेगा, सिर्फ रामनवमी के दिन मंदिर में ध्वज बदले जाएंगे

300 साल पुराने पटना के एेतिहासिक महावीर मंदिर में पहली बार रामनवमी बिना भक्ताें के मनेगी। मंदिर में रामनवमी की पूजा भी सीमिति तरीके से करने की तैयारी है। इस दाैरान सिर्फ हनुमान जी के ध्वज बदले जाएंगे अाैर काेर्इ अनुष्ठान या प्रसाद वितरण का कार्यक्रम नहीं हाेगा। बुधवार से शुरू हाे रहे चैती नवरात्र में माता भगवती अाराधना के लिए कलश स्थापना भी नहीं हाेगी। महावीर मंदिर के सचिव अाचार्य किशाेर कुणाल ने कहा कि सरकार के नियमाें का अाैर लाॅकडाउन का मंदिर प्रशासन पूरी तरह सम्मान करता है। उन्हाेंने लाेगाें से लाॅकडाउन के दाैरान घर में रहने की अपील की। कहा कि लाेग रामनवमी के दिन मंदिर नहीं अाएं, जिन्हें मनाना है वे अपने घर में ही रामनवमी मनाएं। वैसे अयाेध्या में मंदिर खुले हैं, लेकिन वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गर्इ है। उनकी निगरानी में स्थानीय लाेग नियमाें का पालन करते हुए दर्शन-पूजन कर रहे हैं। बाहरी लाेगाें काे मंदिर तक अाने ही नहीं दिया जा रहा है।

इंदिरा गांधी की हत्या के बाद बिगड़े हालात में भी नहीं बंद हुअा था दर्शन-पूजन
1713 में रामनंद संप्रदाय के स्वामी बालानंद ने पटना महावीर मंदिर की नींव रखी थी। इसके अलावा उत्तर भारत के तमाम मंदिराें काे भी रामानंद संप्रदाय के लाेगाें ने अतिक्रमणमुक्त कराया था। अाचार्य किशाेर कुणाल ने बताया कि तभी से यहां पूजा लगातार हाे रही है। इसके बाद कार्तिक पूर्णिमा 26 नवंबर 1983 काे महावीर मंदिर पटना के जीर्णाेद्धार का शिलान्यास किया गया। इसके बाद 4 मार्च 1985 काे मंदिर नए स्वरूप में बन कर तैयार हाे गया। महज 15 महीने में बने मंदिर का जब काम चल रहा था कि अक्टूबर 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या हाे गर्इ। इसके बाद देश के हालात बिगड़ गए। उस समय छठ में गांव गए मजदूर, बिगड़े हालात की वजह से नहीं लाैटे, इसलिए काम कुछ दिनाें के लिए रूक गया था। बावजूद इसके अाम जनाें के मंदिर अाने का क्रम नहीं रूका था। उस समय भी लाेग पूजा करने अाते थे। एेसा पहली बार हुअा है कि भक्ताें का लगातार मंदिर अाना बंद है। 22 मार्च काे जनता कर्फ्यू अाैर 23 से लाॅकडाउन से पहले शनिवार 21 मार्च काे ही मंदिर बंद करने का अादेश जारी हाे गया। इस वजह से 1100 किलाे नैवेद्यम लड्डू बच गया, जिसे अस्पतालाें व अन्य जगहाें पर वितरित किया गया।

चैती छठ, रामनवमी समेत अन्य धार्मिक अायाेजनों पर राेक
पटना | काेराेना वायरस के बढ़ते संक्रमण काे राेकने के लिए बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद ने इस बार के चैती छठ, रामनवमी समेत अन्य धार्मिक अायाेजनाें पर राेक लगा दी है। पर्षद के अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन ने मंदिर-मठाें के प्रबंधक, न्यास समिति, न्यासधारी, महंत, सेवायत काे इस अादेश काे सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने श्रद्धालुअाें से अनुराेध किया है कि वे अपने घराें में ही अाराधना-प्रार्थना करें।

बेउर की महावीर कॉलोनी में सड़क पर सन्नाटा, मंदिर पर लटका ताला
पटना | बेउर स्थित महावीर कॉलोनी में मंगलवार को सड़कों पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा था। किराना और मेडिकल स्टोर की दुकानों को छोड़कर अन्य सभी प्रतिष्ठानों पर ताला लटका था। कॉलोनी में स्थित महावीर मंदिर में पुजारी ने साफ-सफाई करने के बाद गेट बंद कर दिया। श्रद्धालुओं को भी मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। हर दिन शाम को कॉलोनीवासी सड़कों पर पानी की बौछार कर साफ-सफाई का काम कर रहे हैं।

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