पटना जंक्शन में सबसे ज्यादा देखा जाता है पो/र्न वीडियोज़

PATNA: भारतीय समाज के संस्कारों के हिसाब से पॉ’र्न फिल्म देखना सामाजिक अ’पराध की तरह माना जाता है. ऐसे में ये चौंकाने वाली बात है कि स्मार्टफोन पर पॉ’र्न देखने में सबसे आगे है भारत के लोग ही है. इसमें बिहार के लोग भी कम नहीं है. हाल ही में हुए सर्वे में ये बात सामने आई है कि बिहार की राजधानी पटना में गूगल सर्च कर पो’र्न वीडियोज़ सबसे ज्यादा पटना जंक्शन के दायरे में देखे जा रहे हैं.

दरअसल सोमवार रात 11 से 12 बजे तक गूगल ट्रेंड्स एनालिटिक्स और एलेक्जा रैंकिंग के डेटा से सामने आया कि मोबाइल वीडियोज़ देख रहे यूजर्स में 96 प्रतिशत पो’र्न कंटेंट पर नज़र गड़ाए थे. इसी समय सचिवालय-आसपास में यह आंकड़ा शून्य पर था, हालांकि रात गहराई तो यहां वीरानी में भी लोग नेट पर एक्टिव हुए और ऐसे कंटेंट देखने लगे. सचिवालय का आंकड़ा मंगलवार को लंच आवर में और बढ़कर 12 प्रतिशत तक पहुंच गया. चिंता की बड़ी बात यह सामने आई कि रात में बोरिंग रोड, पटेल नगर, एसकेपुरी, किदवईपुरी आदि के कई हॉस्टल कैंपस के ऐसे आंकड़े निकाले गए तो यह 39 से 43 प्रतिशत के बीच आए.

देश में पिछले साल बड़ी तादाद में पो’र्न वेबसाइट को ब्लॉ’क किए जाने के बाद अब इंटरनेट यूज़र गूगल पर नए टर्म्स से ऐसे वीडियोज़ ढूंढ़ रहे हैं, देख रहे हैं. लेकिन, सिर्फ यूजर ही गूगल पर सबकुछ नहीं देख रहे, उन्हें भी कोई देख रहा है.

पटना में गूगल ट्रेंड्स एनालिटिक्स और एलेक्जा रैंकिंग के रैंडम आंकड़े देखे तो सोमवार रात 9 से 11 बजे तक सचिवालय क्षेत्र में कोई भी गूगल के जरिए पो’र्न कंटेंट देखने वाला नहीं मिला, लेकिन रात 11:36 बजे नेट पर एक्टिव लोगों में 7 प्रतिशत पो’र्न देख रहे थे. मंगलवार दोपहर सचिवालय में आंकड़ा 12 प्रतिशत तक चला गया. संत माइकल, नॉट्रेडम और डॉन बॉस्को में सोमवार देर रात और मंगलवार दोपहर को शून्य प्रतिशत का आंकड़ा मिला.

हॉस्टल में विद्यार्थी पढ़ने के लिए रहते हैं और देखरेख भी भरोसेमंद पर रहती है, लेकिन बोरिंग रोड के तीन, एसकेपुरी, किदवईपुरी और पटेलनगर के एक-एक गर्ल्स हॉस्टल में रात 11:16 पर गूगल के जरिए वीडियोज़ देखने वालों में 39 प्रतिशत यूज़र पो’र्न वीडियो देख रहे थे. बोरिंग रोड के एक कॉमन हॉस्टल में देर रात यह आंकड़ा 43 प्रतिशत मिला. लगभग शत प्रतिशत हॉस्टल में केयरटेकर से रसोइए तक पुरुष हैं, संभव है कि वही देखते हों लेकिन यह सहज कतई नहीं है.

साथ ही आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंटरनेट पर पो’र्न साइट्स और अन्य अनुचि’त सामग्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग केंद्र सरकार से की है. इसको लेकर उन्होंने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में उन्होंने लिखा है कि पिछले कुछ समय से देश के विभिन्न राज्यों में महिलाओं के साथ घटित सामूहिक दु’ष्कर्म एवं तत्पश्चात जघ’न्य तरीके से ह’त्या की घट’नाओं ने पूरे देश के जनमानस को उद्धेलित कर दिया है. इस तरह की घ’टनाएं प्राय: सभी राज्यों में हो रही हैं. यह अत्यंत दु’ख एवं चिंता का विषय है.

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