बासुकिनाथ मंदिर में हा’दसा, करंट लगने से पुजारी सुमित झा की मौ-त, जांच का आदेश

दुमका. नये साल के मौके पर बासुकिनाथ मंदिर (Basukinath Temple) में दर्दनाक घटना घटी. मंदिर के गर्भगृह में क/रंट दौड़ने से 28 साल के पुजारी सुमित झा की मौ-त हो गयी. जबकि दो अन्य श्रद्धालु आंशिक रूप से झु/लस गए. हादसा बुधवार को दोपहर एक बजे पेश आया. पुजारी सुमित झा गर्भगृह में श्रद्धालुओं को पूजा करा रहे थे. इसी दौरान करंट लगने से उनकी मौ/त हो गई.

अन्य दिनों की अपेक्षा नये साल के पहले दिन बासुकिनाथ मंदिर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. प्रशासन की ओर से सुगम जलार्पण की व्यवस्था की गयी थी. श्रद्धालु कतारबद्ध होकर जलार्पण कर रहे थे. तभी अचानक गर्भगृह में करंट दौड़ गयी. देखते ही देखते मंदिर में अफरा-तफरी मच गई. जब तक बिजली का कनेक्शन काटा जाता, तब तक पुजारी सुमित झा की मौ-त हो चुकी थी. मृ-तक दुमका का ही रहने वाला था.

घटना की सूचना मिलते ही एसडीओ राकेश कुमार और एसपी वाई. एस. रमेश मंदिर पहुंचे. और मृ-तकों के परिजनों को सांत्वना दिया. हालांकि वे कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए. स्थानीय लोगों ने बताया कि पूर्व में भी तीन बार गर्भगृह में करंट दौड़ने की घटना हुई थी. इसकी शिकायत प्रशासन तथा मंदिर प्रबंधन समिति से की गयी थी. लेकिन प्रशासनिक स्तर पर इस मामले को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गयी. लोगों ने घटना की जांच के साथ-साथ पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग की.

पुजारियों के मुताबिक सुमित झा शिवलिंग के बगल में स्टील प्लेट पर बैठकर श्रद्धालुओं को पूजा करा रहे थे. गृभगृह में नीर निकास स्थल पर धातु की जाली लगाई गई है. यहीं से गर्भगृह में बिजली की तार ले जाई गई है. पुजारियों की माने तो धातु की जाली में क-रंट दौड़ गया. और जाली के संपर्क में आने से पुजारी सुमित झा की मौ-त हो गई.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस घटना पर शोक जताते हुए पूरे मामले की जांच कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने यह भी कहा है कि मंदिर में ऐसी व्यवस्था की जाए, जिससे भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो.

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