अभी-अभी : भारतीय जवानों को चीन ने बनाया बंधक, 10 ऑफिसरों को आज छोड़ा

चीन ने बंधक भी बना रखे थे हमारे जवान और अफसर, अब आई 10 की रिहाई की खबर

लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार देर रात भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच हुई खूनी झड़प में हमारे 20 जवानों की मौत हो गई थी। जबकि कई अन्य जवानों के चीन द्वारा बंधक बनाए जाने की खबरें थीं। सीमा पर तनाव कम करने के लिए इसी सिलसिले में पिछले तीन दिन से लगातार दोनों देश मेजर जनरल स्तर की वार्ता के जरिए एक-दूसरे से जुड़े हैं। अब सैन्य स्तर की इस बातचीत का असर दिखना शुरू हो गया है। चीन ने गुरुवार देर शाम भारत के 10 बंधक बनाए गए सैनिकों को रिहा कर दिया। बताया गया है कि इनमें दो मेजर शामिल हैं।

न्यूज एजेंसी पीटीआई ने मामले की जानकारी रखने वालों के हवाले से यह दावा किया है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि मेजर-जनरल स्तर की वार्ता के दौरान ही भारतीय सेना और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी में जवानों की रिहाई पर सहमति बनी। हालांकि, इस पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सामान्य स्थिति बहाल करने के मकसद से भारत और चीन लगातार एक-दूसरे से बातचीत करने में जुटे हैं। सेना ने एक दिन पहले ही बयान जारी कर कहा था कि उसका कोई जवान लापता नहीं है। सभी की गिनती हो चुकी है। चीन के खिलाफ टकराव में शामिल कोई भी सैनिक लापता नहीं है। माना जा रहा है कि सेना ने सोमवार को हुई इस घटना पर गुरुवार को यह बयान सभी सैनिकों के वापस लौटाए जाने की वजह से ही दिया।

सैन्य सूत्रों ने गुरुवार को बताया था कि भारत के कुल 76 सैनिक चीनी हमले में घायल हो गए थे। इनमें 18 गंभीर रूप से जख्मी थे, जबकि 58 को हल्की चोटें आई थीं। अधिकारियों ने कहा था कि 58 जवान अगले एक हफ्ते में ही ड्यूटी पर लौट आएंगे, जबकि गंभीर रूप से जख्मी सैनिकों के काम पर लौटने में दो हफ्ते तक लग सकते हैं। फिलहाल यह 18 जवान लेह के अस्पताल में भर्ती हैं, जहां इनका इलाज जारी है।

गौरतलब है कि जहां एक तरफ भारतीय सेना लगातार मुठभेड़ में शहीद हुए और घायल सैनिकों की सूचनाएं देशवासियों को दे रही है, वहीं चीन की मीडिया ने अब तक झड़प में शहीद हुए जवानों के बारे में कोई खुलासा नहीं किया है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने इंटरसेप्ट्स के हवाले से कहा था कि चीन के कुल 43 जवान हताहत हुए हैं। वहीं अमेरिकी इंटेलिजेंस रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन के 35 जवान हताहत हैं, इनमें से कई की जान जा चुकी है, वहीं कुछ और गंभीर रूप से घायल हैं।

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