रतन टाटा को सलाम, कोरोना काल में भी TCS ने किया 40,000 लोगों को नौकरी देने का फैसला

कोरोना काल में भी 40,000 नए कर्मचारियों की भर्ती करने जा रहा TCS

टाटा ग्रुप की आईटी कंपनी टीसीएस ने 40,000 नए कर्मचारियों के कैंपस प्लेसमेंट का फैसला लिया है। देश भर से कंपनियां ये भर्तियां करेगी, पिछले साल भी कंपनी ने इतने ही कर्मचारियों का कैंपस प्लेसमेंट किया था। कंपनी ने यह फैसला ऐसे वक्त में लिया है, जब वह आर्थिक संकट से गुजर रही है। यही नहीं टीसीएस ने यूएस से अपने कैंपस प्लेसमेंट को दोगुना करने का फैसला लिया है। टीसीएस के सीईओ राजेश गोपीनाथन ने पिछले सप्ताह कहा था कि कंपनी की ओर से निचले स्तर पर कुछ भर्तियां चुनिंदा तौर पर शुरू की जा सकती हैं।

जून तिमाही के नतीजे घोषित किए जाने के बाद मीडिया से बात करते हुए गोपीनाथन ने कहा था कि कोरोना के चलके बीती तिमाही में हमने संकेत दिया था कि फ्रेश ग्रैजुएट्स की भर्ती पर रोक लगाई जा सकती है, लेकिन जिन्हें ऑफर दिए गए हैं, उन्हें भर्ती किया जाएगा। बता दें कि जून तिमाही में देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर कंपनी के नेट प्रॉफिट में 13 पर्सेंट की कमी आई है। कंपनी के मुताबिक कोरोना संकट के चलते ऑपरेशंस प्रभावित हुए हैं और इसका सीधा रेवेन्यू और प्रॉफिट पर पड़ा है।

टीसीएस के अलावा अन्य आईटी कंपनियों Capgemini, विप्रो और कॉग्निजेंट ने भी पहले से जो कैंपस प्लेसमेंट ऑफर किए थे, उन्हें भर्ती करने का फैसला लिया है। हालांकि एक जॉब पोर्टल की स्टडी के मुताबिक देश भर में फीसदी कैंपसों में कोरोना वायरस के संकट के चलते प्लेसमेंट पर असर पड़ा है। रिपोर्ट के मुताबिक 82 फीसदी कॉलेज ऐसे हैं, जहां 2020 में पास होने वाले छात्रों पर असर पड़ा है।

इसके अलावा फाइनल ईयर में जाने वाले 74 पर्सेंट छात्र भी प्रभावित हुए हैं। सर्वे के मुताबिक ऐसे फ्रेश ग्रैजुएट्स जिन्हें नौकरी के ऑफर दिए गए थे, उनमें से 44 पर्सेंट की जॉइनिंग डेट्स को टाल दिया गया है। इसके अलावा 9 फीसदी छात्र ऐसे हैं, जिनके ऑफर्स को वापस ले लिया गया। वहीं 33 फीसदी छात्रोंका कहना है कि नियोक्ता उनके जॉब ऑफर्स को लेकर कोई जवाब ही नहीं दे रहे हैं।

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