कांग्रेस में महाभारत शुरू, सचिन पायलट को मिला राहुल-प्रियंका गांधी का समर्थन

बागियों को मनाने और सरकार बचाने के लिए आज कैबिनेट विस्तार कर सकते हैं CM अशोक गहलोत

राजस्थान में राजनीतिक उठापटक का दौर जारी है। जहां एक तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य में अपनी स्थिति और मजबूत करने के लिए सचिन पायलट की सदस्यता तक पर खतरे के संकेत दे चुके हैं। इस बीच सूत्रों की ओर से कहा जा रहा है कि गहलोत बागियों को मनाने और सरकार बचाने के लिए आज मंत्रीमंडल विस्तार कर सकते हैं। राजस्थान सरकार में अब तक 25 मंत्री रहे हैं, पर 3 मंत्रियों के हटने के बाद मौजूदा समय में 22 मंत्रीपद भरे हैं। गहलोत अब मंत्रियों की संख्या बढ़ाकर 30 कर सकते हैं।

दूसरी तरफ खबरें हैं कि कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व पायलट को एक और मौका देना चाहता है। सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा युवा चेहरे सचिन पायलट के लिए पार्टी के दरवाजे खुले रखना चाहते हैं। खुद पायलट भी बुधवार को कह चुके हैं कि वे भाजपा नहीं जॉइन कर रहे। ऐसे में गांधी परिवार ने फिलहाल सचिन पायलट को मनाने की जिम्मेदारी अहमद पटेल को सौंपी है।

इन सबके बीच भाजपा शांति से पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है। दरअसल, गहलोत और पायलट के बीच मतभेद अब खुल कर बाहर आ रहे हैं। एक दिन पहले ही गहलोत ने पायलट पर सीधे वार करते हुए कहा था कि वे उनकी सरकार को गिराने की भाजपा की साजिश में शामिल थे। गहलोत ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के सबूत होने तक की बात कह दी थी।

इससे पहले राजस्थान कांग्रेस की तरफ से भी पायलट को लेकर नरमी का रुख अख्तियार किया गया है। राज्य में पार्टी के प्रमुख अविनाश पांडे ने कहा है कि सचिन पायलट को अपनी गलतियां मान लेनी चाहिए और सरकार गिराने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, उनके साथ बातचीत के लिए कांग्रेस के दरवाजे हमेशा खुले हैं। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी कहा था कि पायलट अगर हरियाणा सरकार की आवभगत छोड़कर लौटें तो उनका हमेशा पार्टी में स्वागत है।

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