कोरोना के बाद बिहार में बाढ़ ने मचाया कोहराम, बसों का परिचालन भी बंद, आठ लोगों की मौत

बिहार के 10 जिलों के 74 प्रखंडों की 529 पंचायतों में नौ लाख 60 हजार से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। मुजफ्फरपुर में गंडक पारू, साहेबगंज व सरैया में तांडव मचा रखा है तो औराई, कटरा व गायघाट में बागमती ने स्थिति बदहाल कर दी है। बाढ़ पीड़ित एनएच पर शरण ले रहे हैं। वहीं मिथिलांचल में स्थिति नहीं संभल रही है। वहीं अब-तक आठ लोगों की बाढ़ से मौत भी हो चुकी है।

बूढ़ी गंडक का पानी फैलने से मुजफ्फरपुर के निचले इलाके के दो दर्जन मोहल्लों जलमग्न हैं। दरभंगा-जयनगर एनएच 527 बी पर शनिवार को बाढ़ का पानी चढ़ गया। लाधा में जमींदारी बांध टूटने से लोगों की मुसीबत और बढ़ गई है।

दरभंगा में हेलीकॉप्टर की’मदद से राहत सामग्री गिराई जा रही है

बाढ़ की तबाही के कारण उत्तर बिहार में चल रही आधा दर्जन विशेष ट्रेनों का परिचालन भी बाधित हो गया है। वहीं लॉकडाउन और बाढ़ से उत्तर बिहार के कई जिलों में आवागमन बिल्कुल ठप हो गया है। लॉक डाउन के कारण बसों का परिचालन 16 जुलाई से ही ठप है। निजी वाहन भी लॉकडाउन में नहीं के बराबर चल रहे हैं।

उत्तर बिहार में करीब आठ लाख लोग बाढ़ प्रभावित बताये जा रहे हैं। बाढ़ का पानी खतरे के निशान को पार कर दरभंगा व सुगौली में रेलवे ब्रिज के गार्डर तक पानी पहुंच गया है। यात्री की सुरक्षा के मद्देनजर रेलवे ने इन दोनों लाइन पर चलने वाली ट्रेनों का परिचालन रूट बदल दिया है।

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