जीतनराम मांझी बोले- मुझे भी आया था लालू यादव का फोन; कांग्रेस ने कहा- ये उनकी आवाज नहीं

जीतनराम मांझी बोले- मुझे भी आया था लालू यादव का फोन; कांग्रेस ने कहा- ये उनकी आवाज नहीं

पटना. राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के भाजपा विधायक ललन पासवान (Lalan Paswan) को कथित तौर पर किए गए फोन मामले पर सियासत लगातार गर्म है. इसी क्रम में अब हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jeetan Ram Manjhi) ने भी लालू प्रसाद यादव पर फोन कर समर्थन मांगने का आरोप लगाया है. मांझी ने कहा है कि लालू यादव मुझसे भी लगातार संपर्क साधने कोशिश कर रहे थे. लालू जी मेरे लोगों को बार-बार फोन कर हमसे संपर्क साधने की कोशिश कर रहे थे.

वहीं, इस मामले पर जेडीयू नेता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार (JDU leader Neeraj Kumar) ने लालू यादव के सेवादार को लेकर सवाल उठाया है. नीरज कुमार ने पूछा है कि जेल के बाहर के लोग को लालू यादव का सेवादार कैसे नियुक्त किया गया? वहीं झारखंड सरकार से भी उन्होंने इसे लेकर सवाल पूछा है. उन्होंने कहा कि इस मामले पर जेल आईजी ने जांच के आदेश दिए थे उस जांच का क्या हुआ? नीरज कुमार ने राजद अध्यक्ष को आदतन अपराधी बताते हुए तिहाड़ जेल भेजने की मांग की है.

दूसरी ओर, इस कथित ऑडियो मामले में फंसे लालू यादव के बचाव में महागठबंधन के नेता उतर आए हैं. इसी क्रम में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि मैंने भी सुना है, लेकिन यह तो उनकी आवाज़ ही नहीं है. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी अब उपमुख्यमंत्री नहीं हैं इसलिए अपनी अहमियत बनाए रखने के लिए शिगूफा छोड़ रहे हैं. वहीं विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष व बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने यह कहकर चौंका दिया है कि जेल से लालू प्रसाद की बातचीत का वीडियो भी है. ये वीडियो पाने की हम कोशिश कर सकते हैं.

बता दें कि एक दिन पहले सुशील मोदी ने ट्वीट कर लालू यादव पर जेल से फोन उठाने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि मैंने लालू को फोन किया तो कॉल उन्होंने ही रिसीव किया और उसमें लालू प्रसाद यादव की आवाज थी. जिसके बाद यह गंदा खेल नहीं खेलने की सलाह दी थी. इसके बाद उन्होंने भाजपा विधायक ललन पासवान और लालू प्रसाद यादव के बीच कथित बातचीत का एक ऑडियो भी जारी किया था, जिसमें लालू यादव ललन पासवान को स्पीकर पद की वोटिंग से अलग रहने को कह रहे थे.

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *