बगावत के मूड में चिराग पासवान, कहा- बिहार के सभी 243 सीटों पर लड़ने के लिए हम तैयार

बगावत के मूड में चिराग पासवान, कहा- बिहार के सभी 243 सीटों पर लड़ने के लिए हम तैयार

Bihar Election: बिहार में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं और प्रदेश में चुनावी सरगर्मियां भी तेज हो गई है। इस बीच द इंडियन एक्सप्रेस के दिपांकर घोष और हरिकिशन शर्मा ने एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान से बात की कि क्यों बिहार विधानसभा चुनाव स्थगित किए जाने चाहिए और उन्हें ऐसा क्यों लगता है कि प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार कोरोना वायरस महामारी से ठीक तरह से निपटने में कामयाब नहीं रहे। जूनियर पासवान का मानना है कि अगली सरकार में सामान्य न्यूनतम कार्यक्रम की आवश्यकता है। उनसे पूछे गए सवालों के कुछ अंश:

सवाल- आप चुनाव टालने की सलाह क्यों दे रहे हैं? क्या जमीनी स्तर से कोई प्रतिक्रिया मिली है?
जवाब- आखिर में चुनाव आयोग को ही कोई फैसला लेना है। ऐसा कहने के बाद उन्होंने कहा कि ये हर राजनीतिक दल की जिम्मेदारी है, क्योंकि हम चुनाव आयोग को सही स्थिति दिखाने के लिए जनता के संपर्क में हैं। यही कारण है कि हमने लिखित में दिया है कि एक बड़ी आबादी को खतरे में नहीं डाला जा सकता है।

आचार सहिंता लागू होने के बाद मतदान होने तक चार से छह सप्ताह तक चुनाव प्रचार होता है, नुक्कड़ सभाएं, रैलियां होती हैं। ये सब सामाजिक दूरी के साथ कैसे हो सकता है, मेरी से समझ से परे है। हर जनप्रतिनिधि ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिलना चाहता है। अगर उस कोशिश में वो सामाजिक दूरी का पालन किए बिना रैली करता है तो ये एक गलती होगी। आप एक बड़ी आबादी को खतरे में डाल दोगे। आप जान बूझकर लोगों को मौत को मुंह में नहीं डाल सकते हैं।

आचार सहिंता लागू होने के बाद मतदान होने तक चार से छह सप्ताह तक चुनाव प्रचार होता है, नुक्कड़ सभाएं, रैलियां होती हैं। ये सब सामाजिक दूरी के साथ कैसे हो सकता है, मेरी से समझ से परे है। हर जनप्रतिनिधि ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिलना चाहता है। अगर उस कोशिश में वो सामाजिक दूरी का पालन किए बिना रैली करता है तो ये एक गलती होगी। आप एक बड़ी आबादी को खतरे में डाल दोगे। आप जान बूझकर लोगों को मौत को मुंह में नहीं डाल सकते हैं।

सवाल- क्या आपने अपने सहयोगी दलों से बात की है?
जवाब- हां… मैंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से बात की है। मैंने उनको स्पष्ट रूप से बता दिया है कि बिहार अभी चुनाव के लिए तैयार नहीं है।

सवाल- क्या आपने अपने सहयोगी दलों से बात की है?
जवाब- हां… मैंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से बात की है। मैंने उनको स्पष्ट रूप से बता दिया है कि बिहार अभी चुनाव के लिए तैयार नहीं है।

सवाल- उन्होंने तुमसे क्या कहा? जेडीयू ने कहा है कि वो चुनाव के लिए तैयार हैं और विपक्ष इससे भाग रहा है?
जवाब- कोई चुनाव से नहीं कतरा रहा। मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) सभी 243 सीटों पर 100 फीसदी तैयार है। मगर हां, हमारी अपनी चिंताएं हैं क्योंकि ये हमारी जिम्मेदारी है। हम सिर्फ चुनाव लड़ने के लिए नहीं हैं।

सवाल- क्या आप मानते हैं कि आभासी प्रचार अभियान का विचार कुछ दलों या दूसरे को नुकसान पहुंचाता है?
जवाब- ये किसी पार्टी के लिए नुकसान की बात नहीं है। ये समाज के एक बड़े वर्ग के लिए नुकसानदायक है जो आर्थिक रूप से पिछड़ा है। अगर आप बिहार के किसा गांव में जाते हैं तो कितने लोगों के पास स्मार्टफोन देखते हैं? कितने लोगों के पास इंटरनेट है या वो तकनीक को समझते हैं?

सवाल- लाखों प्रवासी घर लौट आए हैं। कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है…बाढ़ से भी निपटना है। पिछले पांच महीने में सरकार ने इस संकट से कैसे निपटा है?
जवाब- अच्छे से निपट सकते थे… बहुत-बहुत अच्छे से निपट सकते थे। बाढ़ पर हम हर साल वही तस्वीर देखते हैं। मौजूदा सीएम के पास पिछले 15 सालों का अनुभव है। वो पंद्रह सालों से इसे देख रहे हैं। क्या बदलवा आया? मैंने बार-बार नदियों की लिंकिंग (जोड़ने) के लिए पत्र लिखा, जिसे हमें अमल में लाना चाहिए। मैं भविष्यवाणी कर सकता हूं कि अगले साल भी इस साल जैसा ही होगा। कोरोना की बात करें तो टेस्टिंग के बाद कुछ नहीं है। क्वारंटाइन सेंटर से भयानक रिपोर्ट्स आ रही हैं। एक दिन ऐसा नहीं बीतता जब अस्पतालों से खराब तस्वीरें नहीं आतीं।

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