बिहार के गरीब बाप को सलाम, बेटे को JEE मेंस की परीक्षा दिलाने के लिए 500 KM तक चलाया मोटरसाइकिल

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बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया के किसान खूबलाल पंडित से मिलिए। उन्होंने अपने बेटे को जेईई परीक्षा दिलवाने के लिए मोटरसाइकिल से झारखंड के हजारीबाग जाने के लिए लगभग 500 किमी की दूरी तय की, ताकि बेटा इंजीनियर बनना सुनिश्चित कर सके।

धोती कुर्ता में बेटे को लेकर सेंटर पर पहुंचे पिता ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि बिहार और झारखंड के बीच ना तो एक भी ट्रेन का परिचालन हो रहा है और ना ही बस या किसी तरह का पब्लिक ट्रांसपोर्ट ही चलाया जा रहा है। प्राइवेट टेक्सी वाले लाकडाउन में मनमाना किराया वसूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि टैक्सी वाले की तरफ से 30000 की राशि प्रति फेरे मांगे गए अर्था जाने और आने के 60000 रूपए।

अब तक 20। 4 फीसदी परीक्षार्थियों ने नहीं दी परीक्षा, 23 हजार परीक्षार्थियों ने कराया है रजिस्ट्रेशन
: एक सितंबर से शुरू हुए ‘जेइइ मेन’ में शत-प्रतिशत परीक्षार्थियों की उपस्थिति नहीं रही है। विशेषज्ञों की मानें, तो ऐसा कोरोना संकट की वजह से हुआ है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित किये जा रहे जेइइ मेन के लिए झारखंड के पांच जिलों- रांची, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग और जमशेदपुर में कुल 10 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। परीक्षा के लिए राज्य में लगभग 23 हजार परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।

परीक्षा छह सितंबर तक होनी है। शुक्रवार को परीक्षा का चौथा दिन था। इस दिन तक 14198 परीक्षार्थियों को इसमें शामिल होना था, लेकिन 11310 परीक्षार्थी ही परीक्षा केंद्र तक पहुंचे। =यह आंकड़ा परीक्षार्थियों की कुल संख्या का 79। 6 प्रतिशत है। यानी 20। 4 प्रतिशत परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल ही नहीं हुए।

कोरोना संकट के बीच आयोजित की जा रही इस प्रवेश परीक्षा में परीक्षार्थियों की सहूलियत के पूरे इंतजाम किये गये थे। एनटीए ने परीक्षार्थियों को मनमुताबिक सेंटर सिटी चुनने का मौका भी दिया। इसी अनुरूप परीक्षार्थियों ने अपने एडमिट कार्ड भी डाउनलोड किये। राज्य सरकार ने परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए परिवहन सेवा, होटल, लॉज आदि खोल दिये।

इसके बावजूद पिछले चार दिनों में 2885 परीक्षार्थी केंद्र पर परीक्षा देने नहीं पहुंचे। कई विद्यार्थी केंद्र बदल जाने के कारण, तो कई विद्यार्थी महामारी अौर केंद्र से दूर (दूसरे राज्य सहित) फंसे रहने के कारण समय पर नहीं पहुंच पाये। कई परीक्षार्थियों ने कहा कि कोरोना संकट के कारण वे सही ढंग से परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाये, इसलिए परीक्षा में शामिल भी नहीं हुए।

केंद्र तक पहुंचने का नहीं मिला विकल्प : रांची के डीएवी कपिलदेव के छात्र गौरव कुमार जेइइ मेन में शामिल नहीं हो सके। वह लॉकडाउन के समय से ही बिहार के माेतिहारी जिले में फंसे हुए हैं। परीक्षा केंद्र रांची के तुपुदाना में था। तीन सितंबर को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में करीब 6000 रुपये खर्च हो रहे थे। परिवार की स्थिति को देखते हुए वह रांची नहीं आए। अब जनवरी के जेइइ मेन स्कोर को लेकर आगे बढ़ेंगे।

रांची के एक कोचिंग संस्थान के छात्र रवि कुमार लॉकडाउन के कारण बिहार के मुंगेर जिले से रांची नहीं पहुंच सके। परीक्षा टाटीसिलवे केंद्र पर दो सितंबर को सेकेंड स्लॉट में होनी थी। सही समय पर केंद्र नहीं बदल सके। बस और ट्रेन के अभाव में निजी वाहन से रांची पहुंचना आसान नहीं था। ऐसे में परीक्षा नहीं दे सके। अब जेइइ मेन जनवरी की फिर से तैयारी करेंगे।

तय कार्यक्रम के अनुसार ही होंगीं नीट और जेइइ : नयी दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने जेइइ-मेन और नीट-यूजी के आयोजन पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है। अदालत ने इससे संबंधित गैर-भाजपा शासित छह राज्यों के मंत्रियों की याचिका सहित सारी याचिकाएं शुक्रवार को खारिज कर दीं। जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस बीआर गवई व जस्टिस कृष्ण मुरारी की पीठ ने पुनर्विचार याचिका पर विचार किया। कोर्ट ने कहा कि संबंधित दस्तावेजों में हमें पुनर्विचार के लायक कोई तत्व नहीं मिला। एनटीए दोनों परीक्षाओं का आयोजन कर रहा है। जेइइ-मेन शुरू है, जो छह सितंबर तक होगी, जबकि नीट 13 सितंबर को होगी।

गैर भाजपा शासित छह राज्यों के छह मंत्रियों ने याचिका याचिका दायर कर कहा था कि कोर्ट ने अपने 17 अगस्त के फैसले में कोरोना के दौरान आने-जाने की दिक्कतों को नजरअंदाज किया है। कोर्ट ने अपने फैसले में जेइइ -मेन और नीट-यूजी के कार्यक्रम में हस्तक्षेप करने से इंकार किया था और कहा था कि छात्रों का कीमती वर्ष बर्बाद नहीं किया जा सकता।

22 से 29 सितंबर तक 10-12वीं की पूरक परीक्षाएं : सीबीएसइ ने एलान किया कि 22 से 29 सितंबर तक 10वीं व 12वीं कक्षाओं के लिए पूरक परीक्षाओं के साथ कक्षा 12वीं की परीक्षाओं में अंकों में सुधार के इच्छुक छात्रों के लिए वैकल्पिक परीक्षा भी होगी। बोर्ड ने कहा कि महामारी के मद्देनजर परीक्षार्थी सैनिटाइजर साथ लेकर जायेंगे और मास्क पहनेंगे। इससे पहले दिन में सीबीएसइ ने 12वीं कक्षा की पूरक परीक्षाएं स्थगित करने के लिए दायर याचिका का सुप्रीम कोर्ट में विरोध किया।

इन्होंने दायर की थी याचिका : यह याचिका पश्चिम बंगाल के मंत्री मोलोय घटक, झारखंड सरकार के मंत्री रामेश्वर उरांव, राजस्थान सरकार के मंत्री रघु शर्मा, छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री अमरजीत भगत, पंजाब सरकार के मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री उदय रवींद्र सामंत ने दायर की थी।

चार दिनों में किस सेंटर पर कितने परीक्षार्थी पहुंचे : पहला दिन 840 में 378 आये 93 में 64 आये 252 में 156 आये 257 में 171 आये 480 में 267 आये, दूसरा दिन 1540 में 1292 आये 312 में 274 आये 906 में 789 आये 612 में 542 आये 726 में 607 आये, तीसरा दिन 1540 में 1273 आये 312 में 277 आये 905 में 799 आये 608 में 507 आये 726 में 607 आये। चौथा दिन 1540 में 1120 आये 310 में 262 आये 905 में 787 आये 608 में 529 आये 726 में 609 आये, चार दिन में 5460 में 4063 आये 1027 में 877 आये 2968 में 2531 आये 2085 में 1749 आये 2656 में 2090 आये

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