भारत को चीनी सेना की खुली ध’मकी- एक इंच धरती भी नहीं देंगे, जो ह’मला करेगा उसे मिटा देंगे

बीजिंग. एक तरफ लद्दाख में भारत-चीन (India-China Faceoff) के बीच बतचीत जारी है वहीं दूसरी तरफ चीनी सेना (PLA) और चीनी मीडिया (Chinese Media) लगतार भारत सरकार और इंडियन आर्मी (Indian Army) के प्रति आक्रामक रुख अपनाए हुए है. शांति के दिखावे से इतर चीनी सेना ने कहा है कि वे एक इंच धरती भी देने के लिए तैयार नहीं हैं. इसके आलावा सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के जरिए चीन ने धमकी दी है कि अगर सीमा पर किसी भी तरह का हमला करने की कोशिश भी की गई तो दुश्मन को मिटा दिया जाएगा.

भारत-चीन सैनिकों की गलवान वैली में हिंसक झड़प के बाद से ही ग्लोबल टाइम्स लगातार चीनी सेना के तिब्बत बॉर्डर पर जारी युद्धाभ्यास की वीडियो शेयर कर रहा है. मंगलवार को भी इसके ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया गया है जो कि भारत की बिहार रेजीमेंट के जवानों से गलवान में भिड़ने वाली चायनीज बॉर्डर डिफेन्स सोल्जर्स का है. इस वीडियो में सैनिक स्पष्ट कह रहे हैं कि वे एक इंच जमीन भी किसी को लेने नहीं देंगे. वीडियो में एक सैनिक कह रहा है कि चीन की जमीन हमारी जिंदगी से ज्यादा महत्वपूर्ण है, हम जान तो दे सकते हैं लेकिन किसी को एक इंच जमीन भी लेने नहीं देंगे. इसके आलावा इस वीडियो में डिफेन्स सोल्जर्स के शौर्य का बखान किया गया है.

गलोबल टाइम्स ने एक एडिटोरियल के जरिए भारतीय सेना को चेतावनी देने की कोशिश भी की है. इसमें साफ़ कहा गया है कि चीन कभी भी भारत के साथ रिश्ते बिगाड़ना नहीं चाहता लेकिन भारतीय सेना को भी संयम और समझदारी से कम लेना होगा. इसमें धमकी देते हुए कहा गया है कि जो भी चीनी आर्मी की तरफ पहला वार करेगा उसे धरती से मिटा दिया जाएगा.

इस लेख में चीनी सरकार को भी सलाह दी गई है कि गलवान वैली में चीनी सेना को और अधिकार दिए जाएं, हथियार दिए जाएं जिससे वे किसी भी परिस्थिति के लिए पूरी तरह तैयार रहें. इस लेख में कहा गया है कि चीन किसी भी परिस्थिति के लिए पूरी तैयार है, भारतीय सेना ने ये शुरू किया है और उन्हें अच्छा सबक भी मिल गया होगा. चीन लगातार आरोप लगा रहा है कि अमेरिका के दबाव में भारत लगातार सीमा पर आक्रामक बना हुआ है.

ग्लोबल टाइम्स के एक अन्य लेख में सरकार द्वारा सीमा पर भारतीय सेना को खुली छूट दिए जाने को चीन ने खतरनाक बताया है. इसमें कहा गया है कि भारतीय सेना किसी भी सूरत में चीनी सेना का मुकाबला करने लायक नहीं है और अगर सीमा पर तनाव बढ़ता है तो इसमें भारत का ही नुकसान ज्यादा होगा. भारत अगर सीमा पर हथियारों की इजाजत देता है तो उसे पलटवार के लिए भी तैयार रहना होगा.

इस लेख में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद माना है कि चीनी सेना ने सीमा पार नहीं की थी ऐसे में भारतीय सेना का आक्रामक रवैया मुश्किलें बढ़ाने वाला ही साबित होगा. चीन ने उम्मीद जताई है कि बीते 30 से भी ज्यादा सालों से ये अंतरराष्ट्रीय सीमा काफी शांत रही है और दोनों ही देशों को इसका श्रेय जाता है. हालांकि अगर भारत आक्रामक रुख अपनाता है तो उसे बुरे नतीजों के लिए भी तैयार रहना चाहिए.

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