मोदी सरकार में कंगाल हुआ एयर इंडिया, कर्मचारियों को 5 साल तक बिना वेतन के छुट्टी पर भेजने का प्लान

गहरे संकट में एयर इंडिया, कर्मचारियों को 5 साल तक बिना वेतन के छुट्टी पर भेजने का प्लान

पहले ही कर्ज से जूझ रही सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया पर कोरोना वायरस ने दोहरी मार की है। आर्थिक संकट से बचने के लिए अब एयर इंडिया ने कर्मचारियों को 5 साल तक के लिए ‘लीव विद आउट पे’ यानी बिना पैसों के छुट्टी पर भेजने का फैसला लिया है। बिजनस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक 14 जुलाई को जारी किए गए एक सर्कुलर में चेयरमैन राजीव बंसल को कर्मचारियों को लीव विद आउट पे पर भेजने का फैसला लेने का अधिकार दिया है। लेचर के मुताबिक कर्मचारियों को छह महीने, दो साल या फिर 5 साल तक के लिए लीव विद आउट पे पर भेजने का प्रस्ताव है।

सूत्रों के मुताबिक कर्मचारियों को लेकर यह फैसला उनकी सेहत, स्थिति और क्षमता के आधार पर लिया जाएगा। लेटर के मुताबिक मुख्यालयों और स्थानीय कार्यालयों पर अलग-अलग विभागों के मुखिया इन फैक्टर्स के आधार पर हर कर्मचारी का आकलन करेंगे कि कैसे लीव विद आउट पे के विकल्प को लागू किया जा सकता है। इससे पहले कंपनी ने मार्च में कर्मचारियों की सैलरी में 10 पर्सेंट की कटौती करने का फैसला लिया था।

लेटर के मुताबिक स्थानीय निदेशकों की ओर से जनरल मैनेजर (पर्सनल), जनरल मैनेजर (फाइनेंस) और संबंधित विभागों नेतृत्व में कमिटियों का गठन किया जाएगा। यह समिति 15 अगस्त तक ऐसे कर्मचारियों की लिस्ट सौंपेगी, जिन्हें लीव विद आउट पे पर भेजा जाना है। हालांकि ऐसे कर्मचारी जिन्हें लीव विद आउट पे पर भेजा जाएगा, वे एयरलाइन कंपनी की अनुमति के बिना किसी अन्य एयरलाइन को जॉइन नहीं कर सकेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक लीव विद आउट पे की अवधि के दौरान भी कर्मचारियों को मिलने वाली मेडिकल फैसिलिटी और पास आदि के बेनिफिट मिलते रहेंगे।

गौरतलब है कि देश भर में एयर इंडिया के 13,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं, जिन पर कंपनी हर महीने 230 करोड़ रुपये वेतन के तौर पर खर्च करती है। बता दें कि बीते कई महीनों से एयर इंडिया अपने कर्मचारियों को आर्थिक संकट के चलते समय पर सैलरी नहीं दे पा रही है।

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