लखीसराय में अपराधियों ने डिटर्जेंट फैक्ट्री के मालिक को गोलियों से भूना

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बिहार में अपराधियों को मनोबल लगातार बढ़ता ही जा रहा है। लखीसराय के रामगढ़ चौक थाना क्षेत्र के बिहरौरा में मंगलवार की सुबह अपराधियों ने डिटर्जेंट फैक्ट्री के संचालक की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। घटना मंगलवार की सुबह आठ बजे की है। उनकी हत्या तब की गई, जब वे रामगढ़ चौक के ही झूलौना गांव में एक प्लॉट देखने जा रहे थे। तभी पीछे से आ रहे अपराधियों ने फैक्ट्री संचालक गौतम साव को गोलियों से भून दिया।

अपराधियों ने पहले गौतम को सिर में गोली मारी
गौतम साव का टाउन थाना क्षेत्र के चितरंजन रोड स्थित रानी सती मंदिर के नजदीक घर है। मंगलवार की सुबह में हर रोज की तरह घर से ही कुछ दूरी पर फूल तोड़ने गए थे। फूल तोड़ कर वापस घर भी लौटे और घर में फूल रखकर यह कह कर घर से निकले कि झुलौना में एक प्लॉट है, उसी को देख कर आते हैं। इस पर पत्नी व अन्य परिवार वालों ने उन्हें जाने से मना किया। बावजूद वे अपनी पैशन प्रो बाइक लेकर अकेले झुलौना निकल गए। झुलौना से कुछ ही दूरी पहले बिहरौरा में बाइक का पीछा कर रहे अपराधियों ने पहले गौतम को सिर में गोली मारी, उसके बाद शरीर के अन्य हिस्सों में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी।

रामगढ़ चौक थानाध्यक्ष डीके पाठक का कहना है कि वे उसी रास्ते से गुजर रहे थे। जब यह घटना हुई, तो उन्होंने अपराधियों का पीछा भी किया। लेकिन अपराधी गांव के रास्ते शेखपुरा की ओर भाग गए।

शक्तिमान अल्ट्रा डिटर्जेंट के थे निर्माता
मृतक गौतम साव की शहर में ही शक्तिमान अल्ट्रा डिटर्जेंट के नाम से एक फैक्ट्री है। सूत्रों की मानें तो वे जमीन का भी कारोबार करते थे। इसी सिलसिले में मंगलवार को वे प्लॉट देखने जा रहे थे। बताया जा रहा है कि गौतम पहले गुलशन कुमार के साथ टी सीरीज कंपनी में भी काम किया करते थे। गुलशन कुमार की हत्या के बाद वह वापस लखीसराय लौट गए और यहीं पर अपना कारोबार शुरू किया।

एक साल पहले भी हत्या की कोशिश
गौतम साव की एक साल पहले भी हत्या की कोशिश की गई थी। अपने घर के नजदीक ही विद्या मंदिर के पास जब वह फूल तोड़ रहे थे, तब अपराधियों ने उन पर हमला किया था। हालांकि उस वक्त वे मामूली रूप से घायल हुए थे। घटना के बाद से गौतम ने पुलिस सुरक्षा की भी मांग की थी। हालांकि इस दौरान उन्होंने किसी भी अपराधियों के बारे में जिक्र नहीं किया था। प्रशासनिक स्तर से भी गौतम को किसी तरह की सुरक्षा प्रदान नहीं की गई थी और आखिरकार मंगलवार के गौतम की हत्या हो गई।

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