विकास दुबे एनकाउंटर पर कमलनाथ ने सरकार को उधेड़ा: बोले- महाकाल की नजरों से कोई पापी नहीं बचेगा

मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर कई सवाल सरकार से पूछे हैं। उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी का मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित मंदिर से नाटकीय गिरफ्तारी और फिर उसकी एनकाउंटर में मौत को लेकर कमलनाथ ने कहा है कि इस पूरे मामले में कई सवालों के जवाब नहीं मिल रहे हैं। कांग्रेस नेता ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश दोनों राज्य सरकारों पर सवाल उठाए हैं। इसको लेकर उन्होंने कई ट्वीट किए हैं।

भगवान महाकाल कभी किसी पापी को बख्शते नहीं

कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है, भगवान महाकाल कभी किसी पापी को बख्शते नहीं , यह मैंने कल भी कहा था और आज फिर दोहरा रहा हूँ कि महाकाल की नजरों से कोई भी पापी नहीं बचेगा।

कमलनाथ के सवाल

  • जिस दुर्दांत अपराधी को पुलिस की 40 टीमें खोज रही हो वो इनामी बदमाश सुरक्षित यूपी रजिस्टर्ड कार से उज्जैन तक कैसे पहुँच गया?
  • वो उज्जैन कितने दिन रहा, किसके संरक्षण में रहा ? उसके साथ कितने साथी थे, वो कहाँ है?
  • महाकाल मंदिर में वो कैसे बेख़ौफ टहलता रहा, उसकी मंदिर की तस्वीरें किसने वायरल की?
  • सावन का माह चल रहा है , महाकाल मंदिर हाई अलर्ट पर है। ऐसे में इतना दुर्दांत अपराधी महाकाल मंदिर की सुरक्षा को कैसे भेद कर मंदिर में आसानी से प्रवेश पा गया?
  • यह तो सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह है कि इतना दुर्दांत अपराधी ख़ुद अपना परिचय देकर इतनी आसानी से सरेंडर कैसे कर गया?
  • इतने बड़े अपराधी की जानकारी लगने के बाद इसे पकड़ने आई पुलिस के पास सुरक्षा की दृष्टि से हथियार तक नहीं?
  • सावन मास के बावजूद एक दिन पूर्व पुलिस अधिकारियों का अचानक तबादला ?
  • आखिर कौन सा ऐसा राजनैतिक संरक्षण उसे प्राप्त था, जिसके कारण यह सब इतनी आसानी से संभव हुआ?
  • इन सवालों का सच सामने आना ही चाहिये क्योंकि इस घटना ने हमारे प्रदेश को देश भर में एक बार फिर शर्मशार किया है। सरकार इन सवालों का जवाब दे।

शुक्रवार सुबह दुबे का एनकाउंटर

विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर से गुरुवार सुबह नाटकीय अंदाज में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उत्तर प्रदेश ये एसटीएफ उज्जैन पहुंची थी और उसे कानपुर ला रही थी। पुलिस का कहना है कि शुक्रवार तड़के जिस गाड़ी से दुबे को लाया जा रहा था वो दुर्घटनाग्रस्त हो गई और उसने भागने की कोशिश की। जिसके बाद उसे मार दिया गया। विकास दुबे पर कानपुर में गोलियां बरसाकर आठ पुलसकर्मियों की जान लेने का आरोप था। इसके अलावा भी उस पर कई मुकदमें चल रहे थे।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *