बिहार में इस साल एक लाख अस्सी हजार शिक्षकों की होगी बहाली, नीतीश सरकार का आदेश जारी

बिहार में इसी साल 1.80 लाख स्कूली शिक्षकों की होगी बहाली, कक्षा 1 से 8 तक 80 हजार, कक्षा 9 से 12 तक 1 लाख पद, अगस्त से लेकर अक्टूबर तक आएगी वैकैंसी, अभ्यर्थियों से सेंट्रलाइज तरीके से ऑनलाइन लिए जाएंगे आवेदन, बहाली से मुखिया से लेकर मेयर तक अलग रहेंगे, 31 दिसंबर तक रिटायर होने वाले शिक्षकों की सूची मांग : राज्य में प्रारंभिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्कूलों में लगभग दो लाख से अधिक शिक्षकों की बहाली होगी। सातवें चरण के तहत कक्षा 1 से 12 तक के शिक्षकों की बहाली के लिए शिक्षा विभाग ने तैयारी तेज कर दी है। प्रारंभिक स्कूलों में लगभग 80 हजार शिक्षकों की बहाली के लिए वैकेंसी अगस्त में आएगी। उच्च व उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक लगभग एक लाख शिक्षकों की वैकेंसी अक्टूबर तक आएगी। शिक्षक बहाली प्रक्रिया में भी बदलाव होगी।

अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। एक अभ्यर्थियों को अलग-अलग नियोजन इकाइयों में आवेदन नहीं देना होगा, बल्कि एक आवेदन ऑनलाइन देना होगा। पिछले दिनों शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने सभी डीईओ और डीपीओ से शिक्षकों के रिक्त पदों की सूचना विभाग को जल्द देने के लिए कहा था। छठे चरण में रिक्त रह गए 48 हजार सीटों के साथ ही लगभग 30 हजार से अधिक और रिक्त हुए पद यानी 80 हजार रिक्त पद हो सकते हैं। जिलों से रिक्ति की गणना 30 जून तक बताने के लिए कहा गया है। जिला स्तर पर डीएम से रिक्त पदों के अनुरूप रोस्टर क्लियरेंस 15 जुलाई तक होगा। नियोजन इकाईवार व कोटिवार रिक्त पदों को विभाग द्वारा तैयार किए जाने वाले पोर्टल पर 25 जलाई तक अपलोड करना है। पंचायत व नगर निकाय के तहत प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में मूल और स्नातक कोटि के शिक्षक के उपलब्ध रिक्त पदों की जानकारी मांगी है। 31 मार्च 2022 की स्थिति के अनुसार रिक्ति बताना है। हाईस्कूलों में लगभग एक लाख शिक्षकों की बहाली होगी।

शिक्षा विभाग तैयारी कर रहा कि शिक्षकों के चयन में किसी प्रकार का विवाद और शिकायत नहीं रहे। वर्तमान प्रक्रिया में अलग-अलग नियोजन इकाइयों में आवेदन देने से अभ्यर्थी रहते हुए भी पद रिक्त रह जाते हैं। हाल में 90762 प्राथमिक शिक्षक के पद में 48 हजार से अधिक पद रिक्त रह गए। अभी अलग-अलग नियोजन इकाई के माध्यम से मेधा सूची और चयन की प्रक्रिया पूरी की जाती है। इस माध्यम से कई बार योग्य अभ्यर्थी भी चयन से वंचित रह जाते हैं।

शिक्षक बहाली की चयन प्रक्रिया में स्थानीय जन प्रतिनिधियों भूमिका नहीं रहेगी। शिक्षा विभाग बहाली प्रक्रिया में बदलाव की तैयारी को अंतिम रूप दे रहा है। नियोक्ता पंचायती राज और नगर निकाय ही होंगे, लेकिन मुखिया, प्रमुख, नगर परिषद अध्यक्ष या महापौर जैसे लोग भर्ती प्रक्रिया से अलग हो जाएंगे। अभ्यर्थियों को अलग-अलग नियोजन इकाइयों के बदले ऑनलाइन एक ही जगह आवेदन देना होगा।

सातवें चरण में शिक्षक बहाली के लिए अभ्यर्थियों से केंद्रीयकृत (सेंट्रलाइज) तरीके से ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। किस नियोजन इकाई में शिक्षक बनना चाहते, इसका ऑप्शन मांगा जाएगा। उच्च और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में 37447 शिक्षकों की बहाली के लिए 2019 एसटीईटी ऑनलाइन परीक्षा ली गई थी। 2021 में जारी रिजल्ट में 80402 अभ्यर्थी क्वालिफाइड हुए। एसटीईटी 2011 में उत्तीर्ण 16196 वैसे अभ्यर्थी जो छठे चरण में शिक्षक नहीं बन सकेंगे, ये सभी सातवें चरण में आवेदन के लिए योग्य होंगे।

हालांकि विभाग ने सभी डीईओ और डीपीओ से 31 दिसंबर 2022 तक रिटायर होने वाले शिक्षकों की सूची अंत तक मांगी है। अवकाश प्राप्त होने वाले शिक्षकों की सूची आने के बाद शिक्षकों की रिक्ति और बढ़ सकती है। अभी छठे चरण के तहत 32714 शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया चल रही है, जो जुलाई में पूरी हो जाएगी। छठे चरण में जो पद रिक्त रह जाएंगे, उसे सातवें चरण में शामिल कर दिया जाएगा।

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