15 मिनट में टूट गया 24 करोड़ का सरकारी डैम, नीतीश सरकार में खुलेआम मची है लूट खसोट
MUZAFFARPUR ; बागमती नदी के पानी में एक मीटर वृद्धि होने से बेनीपुर के समीप बागमती नदी की उपधारा का बांध रविवार साढ़े बारह बजे टूट गया। इससे बागमती नदी का अधिकांश पानी उप धारा से बह रहा है। देर शाम जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता रविंद्र कुमार, बीडीओ सतेंद्र कुमार यादव, सीओ शंकर लाल विश्वास समेत जिले के अधिकारी पहुंचे। अब लोगों के आवागमन के लिए चचरी पुल सहारा हो गया है। मधुबन प्रताप व अतरार घाट पर इसका संचालन भी शुरू हो गया है। एक माह पूर्व बागमती की दक्षिणी उपधारा पर बांध निर्माण करने के कारण इसकी पुरानी धारा में बागमती की मुख्य धारा प्रवाहित हो रही थी। लगभग 24 करोड़ रुपए की लागत से बागमती नदी की पुरानी धारा की उड़ाही बेनीपुर के समीप से धनौर तक की गई थी। उपधारा को बांधने के कारण बागमती नदी का पानी पुरानी धारा में
बागमती प्रमंडल रुन्नीसैदपुर के सहायक अभियंता कुलानंद पंडित ने कहा कि बागमती नदी की उपधारा पर कौफर डैम बनाया गया था। अधिक पानी आने पर यहां पानी ऊपर से जाता है और कम पानी आने पर मुख्यधारा में पानी निकलता है। अचानक 15 मिनट के अंदर में पानी आ गया और बांध टूट गया। उन्होंने कहा कि 2 दिनों के अंदर में इसे ठीक कर लिया जाएगा।
कमजोर बनाया गया डैम, मची है लूट खसोट : कॉपर डैम टूटने से फिलहाल जान माल की क्षति नहीं हुई है। लेकिन स्थानीय लोगों में इसको लेकर काफी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि डैम एक माह पहले ही बनाया गया था जो पहली बार पानी आने पर ही टूट गया। भ्रष्टाचार से बांध कमजोर बना।एक माह पूर्व बागमती की दक्षिणी उपधारा पर कॉफर डैम बनने से बागमती की पुरानी धारा में बागमती की मुख्य धारा प्रवाहित हो रही थी। करीब 24 करोड़ की लागत से नदी की पुरानी धारा की उड़ाही बेनीपुर के समीप से धनौर तक किया गया था। बागमती नदी की उपधारा को बांधने के कारण पानी पुरानी धारा में आना शुरू हो गया था।
बांध के अंदर बसे अधिकांश गांव में कच्ची सड़क है। लोग पगडंडी के रास्ते आवागमन करते हैं। नदी की धाराओं के सूखने पर उस होकर भी आवागमन होता है। अब चचरी पुल व पानी को पार कर जाना पड़ रहा है। हालांकि पानी आ जाने से मवेशी वालों को सुविधा हो गई है। अब मवेशी को धोने व पानी पिलाने में सुविधा हो रही है।