ताली-थाली बजाने के बावजूद कोरो’ना से संक्रमित हुए 50 से भी ज्यादा डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मी!

कोरोना वाय’रस भारत में अपने पैर पसार रहा है तो वहीं इस खतर’नाक वायरस की लड़ाई लड़ने वाले कई डॉक्टर भी इस बीमारी के संक्रमण में आ गए हैं. अभी तक 50 से ज्यादा डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ में Covid-19 पॉजिटिव आ चुका है. ये जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने दी.

लेकिन डॉक्टरों की जान को कितना खतरा है, इसका अंदाजा ना तो ताली – थाली बजाते समुदाय को है और ना ही सरकार को। सरकार ने देश के लोगो से आर्थिक मदद की अपील की, पीएम केयर फंड में देखते ही देखते अरबों रुपए जमा हो गए, कुछ ही पलों में देश के लोगो ने आर्थिक मदद की पूर्ति करके सरकारी खजाने को कोरोना से लड़ाई के लिए लबालब भर दिया .

मोदी जी के पिछले संबोधन में कही गई बातों को देश ने स्वीकारते हुए पिछले रविवार को जनता कर्फ़्यू के दिन ताली और थाली बजाकर स्वास्थ्य कर्मियों, डॉक्टरों और जनसेवा में लगे लोगो का मनोबल बढ़ाते हुए उनका अभिवादन किया था. लेकिन देश और सरकार के लिए यह काफ़ी निर्लज्जता वाली बात है कि जिन डॉक्टरों के लिए ताली और थाली बजाई जा रही थी उनके पास करोना से बचाव के लिए रक्षा जैकेट उपलब्ध नहीं है। उनके पास कोरोना से बचाव करने के लिए पीपीई किट उपलब्ध नहीं है। उनके पास मास्क की उपलब्धता नहीं है। 50 से भी ज्यादा डॉक्टर्स खुद कोरोना से संक्रमित हो गए है,वे विपरित स्थितियों में भी मरना कबूल कर के देश की सेवा कर रहे हैं।

सरकार इस ट्रेंड पर बारीकी से नजर रख रही है. ऐसा ये समझने के लिए किया जा रहा है कि जो डॉक्टर्स या मेडिकल स्टाफ संक्रमित हुए हैं वो क्या मरीज़ों के इलाज के दौरान हुए या उनकी अपने कार्यक्षेत्र से बाहर कोई ‘कॉन्टेक्ट’ हिस्ट्री है.

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