प्रणब मुखर्जी के निधन पर पूरे भारत में 31 अगस्त से 6 सितंबर तक सात दिन का राजकीय शोक

भारत सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर पूरे भारत में 31 अगस्त से 6 सितंबर तक सात दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है.

गृह मंत्री अमित शाह ने भी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया और लिखा, देश के लिए किये गए कामों को लेकर प्रणब दा को हमेशा याद किया जाएगा. उनके निधन से भारतीय राजनीति में एक बड़ा खालीपन आ गया है. मैं दुख की घड़ी में शोक-संतप्त परिवार के साथ हूं. मैं भगवान से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करता हूं.

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर यह कहते हुए शोक प्रकट किया कि देश ने एक राजनेता खो दिया. उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू का हवाला देते हुए ने ट्वीट किया, उनके (मुखर्जी के) निधन से देश ने एक बुजुर्ग राजनेता को खो दिया है. वह सामान्य पृष्ठभूमि से ऊपर उठकर अपने कठिन परिश्रम, अनुशासन और समर्पण से देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचे थे. उपराष्ट्रपति ने कहा कि मुखर्जी अपनी लंबे और उत्कृष्ट जनसेवा के दौरान जिस किसी पद पर रहे वहां उन्होंने मर्यादा और अनुशासन बनाया. उन्होंने कहा, शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. ओम शांति.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद ने प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक जताते हुए कहा, प्रणब मुखर्जी जी के निधन पर बहुत दुख हुआ है. उनके काम को लोग हमेशा याद रखेंगे. देश ने एक बहुत अच्छा देशभक्त सपूत खो दिया है. हम प्रार्थना करेंगे कि उनकी आत्मा को शांति मिले. उनके बेटे और बेटी को साहस मिले.

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया और ट्वीट किया. प्रणब मुखर्जी के निधन से नेपाल ने एक महान दोस्त खो दिया है. हम उनके सार्वजनिक जीवन में नेपाल-भारत संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को याद करते हैं.

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *