PATNA (The Bihar government has announced that it will provide jobs to 3.6 million people in Bihar before the elections) : बिहार विधान मंडल का बजट सत्र आज से शुरू हो गया. राज्यपाल के अभीभाषण के दौरान विपक्षी दल के तमाम नेताओं ने जमकर होहंगामा किया. वामपंथी दल के नेताओं ने जहां हाथ में हथकड़ी लगाकर अपना विरोध दर्ज करवाया. इन लोगों का कहना था कि अवैध नागरिकों के नाम पर अमेरिका द्वारा भारत के लोगों के साथ जो व्यवहार किया जा रहा है वह सही नहीं है और केंद्र की मोदी सरकार चुपचाप तमाशा देख रही है. वहीं राजद के विधायक भाई वीरेंद्र ने राज्यपाल के भाषण के राजद के बागी विधायकों के खिलाफ दल बदलू कानून के तहत अब तक कोई फैसला नहीं किए जाने का मुद्दा उठाया भाई वीरेंद्र का कहना था या तो उनकी सदस्यता खत्म करने का फैसला लिया जाए या उन्हें वापस राजद की खेमे में बैठने को कहा जाए.
वहीं अपने भाषण में राज्यपाल ने बिहार की नीतीश सरकार के दावों को लेकर जमकर बखान किया. राज्यपाल ने कहा कि साल 2005 के बाद से ही बिहार में सुशासन की सरकार है. लोगों के मन में अब किसी तरह का कोई भय या डर नहीं है. डेवलपमेंट को लेकर लगातार काम किया जा रहा है. भाषाण में राज्यपाल ने सबसे बड़ा दवा नौकरी और रोजगार को लेकर किया.
राज्यपाल ने कहा कि शुरू से ही सरकार का प्रयास है कि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा नौकरी एवं रोजगार का अवसर दिलाया जाए, यही कारण है कि साल 2020 से 7 निश्चय 2 के तहत 10 लाख सरकारी नौकरी एवं 10 लाख रोजगार देने का निर्णय किया गया था. अब तक हमारी सरकार ने 9,35,000 से अधिक युवाओं को नौकरी देने का काम किया है. शेष पदों के लिए बहाली की प्रक्रिया जारी है और चुनाव घोषणा से पहले युवाओं को 10 लाख के बदले 12 लाख सरकारी नौकरी दी जाएगी. जहां तक रोजगार की बात है तो अब तक 10 लाख की जगह 24 लाख लोगों को रोजगार दे दिया गया है तथा चुनावी घोषणा से पहले 34 लाख लोगों को रोजगार दे दिया जाएगा.
राज्यपाल ने भाषण में कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में सड़कों तथा पुल पुलियों का निर्माण करवाया जा रहा है, ताकि बिहार के किसी गांव से भी 6 घंटे में पटना पहुंचा जा सके. महिला सशक्तिकरण हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता में है यही कारण है कि साल 2006 में पंचायती राज संस्थाओं एवं वर्ष 2007 में नगर निकाय में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया गया है, वर्ष 2013 से पुलिस में महिलाओं के लिए 35% आरक्षण तथा 2016 से महिलाओं को सभी सरकारी नौकरियों में 35% का आरक्षण दिया जा चुका है.
सामाजिक सद्भाव का माहौल बनाए रखने को लेकर हमारी सरकार 2006 से ही कब्रिस्तानों की घेराबंदी कर रही है तो वही मंदिरों की छहरदिवाली को भी बनाने का काम कर रही है.