आज है माघी पूर्णिमा, गंगा घाटों पर स्नान करने को उमड़ी भीड़, दान-पुण्य करने से मिलता है विशेष लाभ

PATNAअश्लेषा नक्षत्र व शोभन योग के युग्म संयोग में आज माघी पूर्णिमा पर स्नान करेंगे श्रद्धालु : पवित्र मास माघ मास की पूर्णिमा बुधवार को अश्लेषा नक्षत्र व शोभन योग के युग्म संयोग में मनाया जाएगा। इसी के साथ पिछले एक महीने से चला आ रहा कल्पवास भी समाप्त हो जाएगा। माघी पूर्णिमा पर स्नान-दान के लिए बुधवार की सुबह राजधानी के गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। मान्यता है कि माघी पूर्णिमा के दिन स्नान-दान से पाप-संताप से मुक्ति मिलती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माघ मास में देवता पृथ्वी लोक पर निवास करते है और तीर्थराज प्रयाग के संगम में स्नान कर अपने इष्ट का जप-तप करते है। कल्पवास में श्रद्धालु गंगा, संगम आदि पवित्र नदियों के तट पर पूरे एक मास निवास कर नित्य आस्था की डुबकी लगाकर दान-पुण्य करते हैं। इस दिन को मोक्ष प्राप्ति का दिन भी कहा गया है।

शुभ मुहूर्त स्नान-दान व पूजन का
{ पूर्णिमा तिथि : उदयातिथि के मान से पूरे दिन
{लाभ-अमृत मुहूर्त : सुबह 6.25 बजे से 9.14 बजे तक
{गुली काल व शुभ योग मुहूर्त : सुबह 10.39 बजे से दोपहर 12.04 बजे तक

गंगाजल का स्पर्श भी फलदायी
भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद के सदस्य ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा के अनुसार इस मास को भगवान सूर्यदेव और जग पालनकर्ता श्रीहरि विष्णु का माह बताया गया है। इस पावन दिन पर श्रद्धालु पूरे दिन स्नान-दान, पूजा-पाठ, दान-पुण्य व धार्मिक कृत्य करेंगे। ब्रह्मवैवर्त पुराण के मुताबिक माघी पूर्णिमा पर स्वयं भगवान केशव गंगाजल में विराजमान रहते हैं। इसीलिए इस पावन अवसर पर गंगाजल के स्पर्श करने से भी स्वर्ग का मार्ग खुल जाता है।

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