आडवाणी के घर मत्था ठेकने पहुंची उमा भारती, कहा- उनके बिना राम मंदिर आंदोलन असम्भ था

अयोध्या फैसले पर उमा भारती ने कहा-आडवाणी जी के बदौलत आज हम यहां तक पहुंचे है

New Delhi : सुप्रीम कोर्ट पांच जजों की संवैधानिक बेंच ने सर्वसम्मति से अयोध्या विवादित जमीन राम लला को दी। मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में कहीं और सरकार द्वारा पांच एकड़ जमीन दने का आदेश दिया है। इसके बादउमा भारती ने कहा कि कोर्ट ने किंतु दिव्य निर्णय दिया है। उन्होंने आगे कहा कि मैं आडवाणी जी के घर उनको मत्था टेकने आयीं हूं। उमा भारती ने आगे कहा कि आडवाणी जी वह व्यक्ति हैं जिन्होंने छद्म-धर्मर्निपेक्ष को चुनौती दी थी और उन्हीं की बदौलत आज हम यहां तक पंहुचे हैं

आपको बता दें कि अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला श्री श्री रविशंकर ने कहा- यह एक ऐतिहासिक फैसला है। इसका स्वागत करता हूं। समाज में शांति, सौहार्द और सद्भाव का माहौल बना रहना चाहिए।

इससे पहले गृहमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा कि श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वसम्मति से आये सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का मैं स्वागत करता हूँ। मैं सभी समुदायों और धर्म के लोगों से अपील करता हूँ कि हम इस निर्णय को सहजता से स्वीकारते हुए शांति और सौहार्द से परिपूर्ण ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के अपने संकल्प के प्रति कटिबद्ध रहें।

उन्होंने आगे कहा कि दशकों से चले आ रहे श्री राम जन्मभूमि के इस कानूनी विवाद को आज इस निर्णय से अंतिम रूप मिला है। मैं भारत की न्याय प्रणाली व सभी न्यायमूर्तियों का अभिनन्दन करता हूँ।

अमित शाह ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि कानूनी विवाद के लिए प्रयासरत; सभी संस्थाएं, पूरे देश का संत समाज और अनगिनत अज्ञात लोगों जिन्होंने इतने वर्षों तक इसके प्रयास किया मैं उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूँ।

सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील जफरयाब जिलानी ने आगे कहा – अगर हमारी कमिटी राजी होती है तो हम पुनर्विचार याचिका दायर करेंगे। यह हमारा अधिकार है और सुप्रीम कोर्ट के नियमों के तहत भी है।

इससे पहले मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। यह राज्य सरकार के ऊपर है कि वह हमें कहां जमीन देती है। यह हिन्दुस्तान के लिए बहुत बड़ा मसला था जिसका निपटारा होना जरूरी था, मैं फैसले से खुश हूं।

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