अक्षय तृतीया आज, लाॅकडाउन के कारण गंगा घाट नहीं जाएंगे श्रद्धालु, घर में ही होगा पूजा-अनुष्ठान

लाॅकडाउन के बीच रविवार 26 अप्रैल काे वैशाख शुक्ल तृतीया यानी अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। इस बार सिद्धि योग का महासंयोग बना है। लेकिन, काेराेना जैसी वैश्विक महामारी अाैर लाॅकडाउन की वजह से इस बार शादियां नहीं हाेंगी। सभी मंदिर बंद हैं, इसलिए पूजा-अनुष्ठान भी लाेग घर में रहकर ही करेंगे।

मान्यता है कि इसी दिन त्रेता युग का आरंभ अाैर भगवान परशुराम का अवतार भी हुआ था। इस दिन गंगा स्नान व दान का विशेष महत्व है। माताएं-बहनें माता गौरी की प्रसन्नता के लिए व्रत रखती हैं। ज्योतिषाचार्यों ने सनातन धर्म के सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि लोग स्नान के लिए गंगा घाट न जाएं। स्नान के दौरान गंगा जल का छिड़काव भी गंगा स्नान के समान है।

संभव हो तो अपने सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंदों को अन्न दान करें। इस बार तृतीया तिथि दिन के 11.21 बजे तक है। धर्म शास्त्रकारों ने तृतीया से युक्त चतुर्थी जिस दिन उपलब्ध हो, उसी दिन व्रत रखने का विधान बताया है। मान्यता यह भी है कि अक्षय तृतीया के दिन किया गया दान अक्षय पुण्यदायक होता है।

माना जाता है कि इस दिन गृहस्‍थ लोगों को अपने धन वैभव में अक्षय बढ़ोतरी करने के लिए अपनी कमाई का कुछ हिस्‍सा धार्मिक कार्यों के लिए दान अवश्य करना चाहिए। ऐसा करने से उनके धन और संपत्ति में कई गुना बढ़ोत्तरी होती है।

पर क्या आप जानते हैं धन वैभव में अक्षय बढ़ोतरी के लिए आपको किन वस्तुओं का दान करना चाहिए। अगर नहीं तो आपको बताते हैं उन खास चीजों के बारे में जिनका अक्षय तृतीया के दिन दान करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।

अक्षय तृतीया का मुहूर्त- तृतीया तिथि प्रारंभ: 11:50 बजे (25 अप्रैल 2020) तृतीया तिथि समापन: 13:21 बजे (26 अप्रैल 2020)

दान करने की विशेष वस्तुएं –1- इस दिन ठंडी चीजें जैसे- जल से भरे घड़े, कुल्हड़, पंखे, छाता, चावल, खरबूजा, ककड़ी, चीनी,सत्तू आदि का दान करना बहुत उत्तम माना जाता है।2-यदि इस शुभ दिन आप अपने भाग्योदय के लिए कुछ खरीदना चाहते हैं तो खरीदें ये चीजें जैसे- सोना, चांदी, मिट्टी के पात्र, रेशमी वस्त्र, साड़ी, चावल, हल्दी, फूल का पौधा और शंख।

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