नए वक्फ बिल को लेकर बिहार सहित पूरे देश में घमासान मचा हुआ है. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ-साथ तमाम मुसलमान संगठन के लोगों ने साफ कर दिया है कि किसी भी कीमत पर वक्फ बिल में संशोधन स्वीकार नहीं करेंगे. केंद्र की मोदी सरकार हम लोगों से हमारे पूर्वजों द्वारा हमें दी गई जमीन को छीनना चाहती है. इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कांग्रेस सहित तमाम विरोधी दल के नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार का विरोध करते हुए वक्फ बिल पर मुसलमान समाज के लोगों को अपना समर्थन दिया है.
इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस बिल को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है और एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि इसी सत्र में वक्फ बिल को लाया जाएगा और पास करवाया जाएगा. इस बिल के आने से मुसलमान समाज के लोगों को ही फायदा होगा और उन्हें किसी तरह का घाटा नहीं होने जा रहा है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान के तहत मुसलमान समाज के लोगों के हित को ध्यान में रखकर इस बिल में संशोधन कर रहे हैं. विपक्ष नाहक में मुसलमान समाज के लोगों को डरा कर आंदोलन करवा रहा है. उन्हें बताया जा रहा है मानो इस बिल के संशोधन के बाद वक्फ की जमीन पर उनका अधिकार नहीं रहेगा जबकि ऐसा नहीं है. इस बिल से किसी भी आदमी को डरने की जरूरत नहीं है.
वही जब उनसे UCC के बारे में पूछा गया तो उनका साफ कहना था कि जब से बीजेपी का गठन हुआ है तब से स्पष्ट है कि हमने जो कहा है वह हमने करने का प्रयास किया है. हमने कहा था कि कश्मीर से धारा 370 को हटाएंगे तो हटा दिया. अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण करेंगे तो कर दिया. इस तरह एक देश में दो कानून नहीं चल सकता इसीलिए UCC समय की जरूरत है.
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पास होगा वक्फ बिल
अब सवाल उठता है कि अगर बिहार विधानसभा चुनाव से पहले लोकसभा के इसी सत्र में वक्फ बिल को पास करवा लिया जाता है तो क्या होगा. हमने देखा था कि कुछ दिनों पहले पटना के गर्दनीबाग में मुसलमान समाज के साथ संगठनों के द्वारा एक आंदोलन किया गया था जिसमें लालू प्रसाद यादव तेजस्वी यादव प्रशांत किशोर चंद्रशेखर रावण सहित विपक्ष के तमाम बड़े-बड़े नेता शामिल हुए थे. लालू तेजस्वी ने तो इतना तक कह दिया कि कुछ भी हो जाए इस बिल को पास नहीं होने दिया जाएगा.
मुसलमान समाज के लोगों ने उस दिन लालू और तेजस्वी का जमकर स्वागत किया था और उनके समर्थन में नारेबाजी की थी. जानकारों की माने तो बिहार विधानसभा चुनाव में वक्फ बिल को लेकर जबरदस्त घमासान होने वाला है. हमने देखा था कि किस तरह मुसलमान समाज के लोगों ने नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी का विरोध किया था और साफ कह दिया था कि अगर यह बिल पास होती है तो इसका सारा जिम्मा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के माथे जाएगा. उन लोगों का मानना है कि अगर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चिराग पासवान इस बिल के विरोध में वोट करते हैं तो यह बिल कभी पास नहीं हो पाएगा. हालांकि जदयू ने अभी तक ऐसा कोई ऐलान नहीं किया है कि वह इस बिल के विरोध में है.
आज दो दिवसीय बिहार यात्रा पर आ रहे हैं अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज दो दिवसीय बिहार यात्रा पर आ रहे हैं. इससे पहले उन्होंने वक्फ बिल को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है. सबसे पहले बीजेपी ऑफिस में पार्टी के नेताओं के साथ मीटिंग करेंगे और इसके बाद गोपालगंज जाएंगे. बताया जाता है कि कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ एनडीए के बड़े नेताओं से उनकी मीटिंग होनी है और इसमें बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा प्लान किया जा सकता है.