फेविकोल की मजबूत जोड़ से बंधा है हमारा गठबंधन, बिहार में पांच साल चलेगी BJP-JDU की सरकार

पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने शुक्रवार को कहा कि जदयू के राजद के साथ आने के मसले पर हमारे नेता विचार और चर्चा करेंगे। भाजपा, अरुणाचल प्रदेश की तरह यहां भी जदयू विधायकों को अपने साथ कर सकती है। इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में कोई सियासी संकट नहीं है। बोले-’हम चुनौतियों के बारे में नहीं सोचते, सिर्फ जनता की सेवा करते रहते हैं।’ राबड़ी और नीतीश, दोनों शुक्रवार को मीडिया से अलग-अलग मुखातिब थे। नीतीश कुमार से राबड़ी देवी व दूसरे राजद नेताओं की बातों की पृष्ठभूमि में पूछा गया था कि ‘बिहार में कोई सियासी संकट तो नहीं आ रहा है?’ मुख्यमंत्री ने इसे सिरे से नकारा।

मुख्यमंत्री ने कहा-अबकी बजट में हमारे कई नए कामों के लिए इंतजाम रहेगा। हफ्ते में एक दिन जरूर अपने सचिवालय के दफ्तर में काम करेंगे। इससे पहले राबड़ी देवी ने कहा कि भाजपा चुपचाप अपना काम करती रहती है। जब हो जाता है, तब पता चलता है। उनसे पूछा गया था-’क्या नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ आ सकते हैं?’ राबड़ी ने कहा-’हमारे नेता चर्चा, विचार करेंगे। नीतीश भाजपा के भारी दबाव में हैं।’

राज्य की 1.20 करोड़ जीविका दीदियों का हो बीमा
पटना | मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रदेश की 1 करोड़ 20 लाख जीविका दीदियों के बीमा के लिए योजना बने। इन्हें जिला अस्पतालों के कैंटीन में भोजन का मैनेजमेंट का जिम्मा दिया जाए। मुख्यमंत्री, शुक्रवार को ‘जीविका’ प्रोजेक्ट की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के गठन से महिलाओं में जागृति आई है। जीविका दीदियों के आर्थिक गतिविधियों से जुड़ने से परिवार की आमदनी बढ़ी है। इनके द्वारा कांट्रैक्ट फार्मिंग, दुग्ध उत्पादन,, मधुमक्खी पालन, मुर्गीपालन, बकरी पालन ढंग से किए जा रहे हैं। छोटे उद्यम में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है।

मुख्यमंत्री ने कहा-10 लाख स्वयं सहायता समूह बनाने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। महिलाओं को और प्रशिक्षित किया जाए, जिससे उनकी भागीदारी छोटे उद्यम में बढ़े। जीविका दीदियों के माध्यम से मद्य निषेध कार्य के लिए लोगों को प्रेरित करें। वैसे वंचित परिवार जिन्हें किसी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, उन्हें चिह्नित कर सतत् जीविकोपार्जन योजना का लाभ दिलाएं। नीरा के उपयोग को और बढ़ावा देने की जरूरत है।

10 लाख स्वयं सहायता समूह बने, इसे और बढ़ाएं
खास निर्देश | महिलाओं को छोटे उद्यम के कार्यों में और प्रशिक्षित किया जाए {जीविका दीदियों के माध्यम से मद्य निषेध कार्य के लिए लोगों को प्रेरित करें {मत्स्यपालन से जुड़े सभी काम के लिए जीविका दीदियों को प्रेरित करें।

जदयू के राजद के साथ आने पर हमारे नेता चर्चा करेंगे: राबड़ी
मुख्यमंत्री ने कहा-10 लाख स्वयं सहायता समूह बनाने का लक्ष्य प्राप्त करने के बाद अब समूह की संख्या को और बढ़ाएं। ग्रामीण विकास विभाग के सचिव बाला मुरूगन डी. ने मुख्यमंत्री को जीविका, इसके कार्यकलापों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने समूह का गठन, समूह एवं संघों का सुदृढ़ीकरण, वित्तीय व्यवस्था, जीविका समूह द्वारा आजीविका के लिए किए जा रहे कार्यों को विस्तार से बताया।

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