अयोध्या में आज होगा मंदिर का शिलान्यास, राम के ससुराल मिथिला में मनेगा दीपावली, तैयारी शुरू

अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के निर्माण के लिए पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन की तैयारी से उनकी ससुराल में खुशी का माहौल है। कई तैयारियां भारत-नेपाल सीमा के दोनों तरफ चल रहीं हैं। प्रसिद्ध जानकी मंदिर के उत्तराधिकारी महंथ राम रोशनदास ने बताया कि जनकपुर समेत पूरे नेपाल में काफी खुशी है। जनकपुर में दूल्हा राजा रामचंद्र की ससुराल और मिथिला किशोरी का मायका है। अयोध्या में जनक किशोरी जी की ससुराल है। ससुराल में उनका अपना घर-आंगन होगा। महंथ राम रोशन दास बताते हैं कि जिस दिन अयोध्या मामले में कोर्ट का फैसला आया था, उस दिन भी जानकी मंदिर की ओर से लड्डू बांटे गए थे। दिवाली मनायी गई थी। पांच अगस्त को भी हर्ष-उल्लास के वातावरण में जानकी मंदिर को 11 हजार दीपों से सजाया जाएगा। विवादों के शांतिपूर्ण निबटारे के बाद अयोध्या में मंदिर निर्माण बड़ी उपलब्धि है। उस दिन जनकपुर समेत पूरे नेपाल के हिन्दू परिवारों में भजन-कीर्तन और दीप जलाने की अपील की गई है।

भारत-नेपाल खुली सीमा संवाद समूह के अध्यक्ष राजीव झा बताते हैं कि जिन लोगों की राम-सीता में आस्था है, उनसे पांच अगस्त को अपने-अपने घरों में सुबह में रामायण पाठ और शाम में दिवाली मनाने का आह्वान किया गया है। मिथिलावासियों के लिए यह हर्ष-उल्लास का अवसर है। वे कहते हैं कि मां सीता के रहने के लिए आज तक घर नहीं था। उनका घर बनने जा रहा है। इससे बड़ी खुशी की बात क्या हो सकती है। जनकपुर के कई दूसरे संगठन व क्लब भी पांच अगस्त को दिवाली मनाने की तैयारी कर रहे हैं।

सीतामढ़ी पुनौरा धाम में होगी महाआरती : सीतामढ़ी के पुनौरा धाम के महंथ कौशल किशोर दास बताते हैं कि जिस मिट्टी से मां सीता प्रगट हुई थीं, वहां से दो साल पहले ही पवित्र मिट्टी व जल अयोध्या के रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण स्थल के लिए भेजा जा चुका है। वे दुल्हन के रूप में अयोध्या में स्थान ग्रहण करेंगी। हालांकि प्रशासन द्वारा सोशल डिस्टेंस की सख्त हिदायत है, नियमों का पालन करते हुए किशोरी जी की जन्मभूमि पर भजन-कीर्तन का आयोजन होगा। पुनौरा धाम को दीपक और बल्ब से सजाया जाएगा। पटना के महावीर मंदिर न्यास समिति की ओर से अयोध्या में सवा लाख लड्डू चढ़ाया जाएगा। समिति पुनौरा में सीता रसोई का संचालन करती है। अयोध्या में चढ़ाए गए लड्डू में से सीता रसोई में वितरण के लिए सात जुलाई को महाप्रसाद आएगा।

सीतामढ़ी में घरों पर ध्वज : सीतामढ़ी के प्रसिद्ध जानकी मंदिर में भी विशेष पूजा, कीर्तन, महाआरती और दिवाली की तैयारी चल रही है। मां जानकी जन्मोत्सव आयोजन समिति के सदस्य विशाल कुमार ने बताया कि पांच अगस्त को मंदिर को सजाया जाएगा। सुबह में रंगोली सजेगी और 11 बजे से भजन-कीर्तन होगा। अयोध्या में भूमि पूजन के समय सीतामढ़ी में शंखनाद होगा। शहर के 2100 घरों पर भगवा ध्वज टांगे गए हैं और शहर की सड़कों पर 1000 ध्वज लगाए जा रहे हैं।

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