महंगा हुआ बालू-गिट्टी-लोहा-सीमेंट, 30 फिसदी बढ़े दाम, घर बनाने में लोगों को नानी याद आ रहा

स्टील और सीमेंट सहित अन्य सामग्री के दाम में बढ़ोतरी से घर बनाना अब और महंगा हो गया है। भवन निर्माण की लागत करीब 30 फीसदी तक बढ़ गई है। औसत खर्च 1100 रुपए प्रति वर्गफीट से बढ़ कर 1500 रुपए तक पहुंच गया है। अकेले स्टील की कीमतों में 40 फीसदी से भी ज्यादा की वृद्धि से भवन निर्माण की लागत पर 5 फीसदी तक असर हुआ है। बालू, गिट्टी के बढ़े दाम ने भी निर्माण खर्च को बढ़ा दिया है। सेनेटरी वेयर कीमत 20 फीसदी तक बढ़ गई है। फिनिशिंग से जुड़े अन्य सामान की कीमत में वृद्धि का भी सीधा असर भवन निर्माण की लागत पर पड़ रहा है। ईंट, पीओपी, डस्ट के साथ ही घर के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली अन्य सामग्री भी पिछले वर्ष की तुलना में 5-10 फीसदी तक महंगी हो गई है।

गिट्टी की कीमत में 15 फीसदी की उछाल
राज्य में 12 चक्का ट्रक से ढुलाई पर रोक के बाद गिट्टी की कीमतों में भी उछाल आई है। 6200 रुपए प्रति 100 सीएफटी तक मिलने वाली गिट्टी कुछ महीनों से 7000 रुपए प्रति 100 सीएफटी की दर से मिल रही है। गिट्टी कारोबार से जुड़े रूपसपुर के इलाका सिंह ने बताया कि कीमतें और बढ़ने की संभावना है।

ओवरलोडिंग पर सख्ती भी महंगाई का कारण
राज्य में ओवरलोडिंग पर की गई सख्ती बालू, गिट्टी, डस्ट सहित अन्य सामान के दाम बढ़ने का एक कारण है। अंडरलोड के तहत जहां गाड़ी में 16 टन माल ढुलाई की जा रही है, वहीं ओवरलोड में यह भार 50 टन तक पहुंच जाता है। एक गाड़ी से तीन चक्करों का माल एक ही चक्कर में ढुलाई हो जाती थी, जिससे ट्रांसपोर्टेशन में बचत रहती थी। अब उसी माल को तीन चक्करों में उठाने से ट्रांसपोर्ट का किराया अधिक देना पड़ता है। इसका खर्च भी निर्माण सामग्री से ही निकाला जाता है। पहले ट्रक 1000 फीट तक गिट्टी ट्रक ले आते थे, पर अब एक ट्रक में 400-500 फीट गिट्टी ही आ रही है।

निर्माण खर्च में 10 फीसदी हिस्सा स्टील का
भवन निर्माण से जुड़े अमिताभ अरुण ने बताया कि मकान बनाने की लागत में करीब 10 प्रतिशत हिस्सा स्टील का होता है, जो भवन का फ्रेम तैयार करने में इस्तेमाल होता है। पटना और आसपास के इलाकों में 35-40 हजार रुपए प्रति टन के भाव से बिकने वाले स्टील की कीमत 65-70 हजार रुपए प्रति टन तक पहुंच गई है। लौह अयस्क के बढ़ रहे भाव से स्टील की कीमतें जल्द ही आसमान छू सकती हैं।

सीमेंट बैग 50 रुपए तक महंगा, और बढ़ेगी कीमत
सीमेंट की कीमत पिछले छह महीने में औसत 50 रुपए प्रति बैग तक बढ़ गई है। थोक में 260 रुपए तक बिक रहे सीमेंट बैग की कीमत 300 रुपए तक पहुंच गई है। डीलर्स रवींद्र सिंह के मुताबिक सीमेंट कंपनियों ने कीमतों के 305 रुपए प्रति बैग तक होने के संकेत दिए हैं।

बंदोबस्ती में वृद्धि ने बढ़ाई बालू की कीमत
बालू बंदोबस्ती का रेट 50 प्रतिशत बढ़ाए जाने से इसकी कीमत करीब 30 प्रतिशत तक बढ़ गई है। बालू का सरकारी रेट 31 दिसंबर 2020 तक 1500 रुपए प्रति 100 सीएफटी था। वाहन का भाड़ा, मजदूरी अाैर अन्य खर्च जोड़ने के बाद ग्राहकों को 4000 रुपए प्रति 100 सीएफटी तक की दर से बेचा जाता था। बंदोबस्ती में वृद्धि के बाद रेट 2000 रुपए प्रति 100 सीएफटी तक बढ़ कर 6000 रुपए तक हो गया।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *