1 जुलाई से बालू खनन पर लगेगी रोक, नीतीश सरकार में खुलेआम हो रहा बालू का अवैध खनन
PATNA (DAILY BIHAR LIVE) : राज्य के करीब दर्जनभर जिलों में बालू का अवैध खनन और भंडारण तेज हो गया है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि अगले माह से बालू के खनन पर रोक लगने वाली है। दरअसल, राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) पहली जुलाई से 30 सितंबर तक हर साल बालू खनन पर रोक लगा देती है। इस अवधि में पूर्व से भंडारित बालू की ही बिक्री होती है। .
अधिकतर बालू कारोबारी अगले माह तीन महीने तक होने वाले इसी रोक के मद्देनजर बालू संग्रह और भंडारण का कार्य कर रहे हैं। रोक की अवधि में इसी भंडार से बालू की बिक्री होती है। बिहटा समेत पटना जिले के कुछ चिह्नित स्थानों पर बालू के अवैध भंडारण को रोकने के लिए एसआईटी का गठन कर छापेमारी की गई है। कुछ लोग पकड़े भी गए हैं पर अवैध भंडारण जारी है। मालूम हो कि लोकसभा चुनाव को कारण सभी जिलों का स्थानीय प्रशासन करीब दो माह तक चुनाव कार्य में व्यस्त रहा।
इसका फायदा बालू माफियाओं ने उठाया। कई स्थानों पर लाल और सफेद बालू के अवैध स्टॉक बनाए गए। एनजीटी की रोक की अवधि में इसी भंडार से बालू की बिक्री मनमानी कीमतों पर होगी। जिला प्रशासन का कोई सहयोग नहीं मिलने पर खान विभाग भी अवैध खनन व भंडारण पर कारगर रोक नहीं लगा सका। नियम के विरुद्ध घाटों के 300 फुट के भीतर के निर्धारित क्षेत्र से बाहर भी बालू स्टॉक किया जा रहा है।