धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश सरकार ने अनूठा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा शुरू की है। रविवार 16 जून 2024 को उज्जैन के पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यस सेवा का शुभारंभ किया, जिसके तहत महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर जैसे प्रमुख ज्योतिर्लिंगों की हेलीकॉप्टर से तीर्थ यात्रा अब और भी सुलभ और तेज हो जाएगी।
पहले चरण में इंदौर-उज्जैन-ओंकारेश्वर और भोपाल-उज्जैन-ओंकारेश्वर रूट पर हेलीकॉप्टर की उड़ानें शुरू हो रही हैं। आईआरसीटीसी और फ्लाई ओला ग्रुप के जरिए ऑनलाइन पद्धति (आईआरसीटीसी पोर्टल की तरह) से आरक्षण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, ताकि श्रद्धालु आसानी से अपनी यात्रा बुक कर सकें।
बांधवगढ़ और कान्हा की सैर के लिए शुरुआत में दो हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं, जिनसे रोजाना करीब 150 घंटे की उड़ान पूरी करने की योजना है।
किराया दूरी के आधार पर तय किया गया है। उज्जैन-ओंकारेश्वर मार्ग का किराया लगभग ₹4,500 प्रति सीट है, जबकि महाकालेश्वर और अन्य मार्गों के लिए कुछ पैकेज ₹3,000 से शुरू होते हैं; हालांकि, दूरी के आधार पर शुल्क बढ़ने की संभावना है।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि शुरुआती कदमों के बाद, सेवाओं का विस्तार धार्मिक, ग्रामीण और ऐतिहासिक स्थानों तक किया जाएगा, जिसमें कान्हा और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व जैसे गंतव्य शामिल हैं।
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पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने कहा कि इस पहल से राज्य में दूरस्थ चिकित्सा और ग्रामीण पर्यटन को भी मजबूती मिलेगी। यह सेवा एक एयर टैक्सी के रूप में काम करेगी, जो विशेष रूप से स्वास्थ्य आपात स्थितियों में ‘मुख्यमंत्री एयर एम्बुलेंस’ के मॉडल पर काम करेगी। इसका विशेष रूप से बुजुर्गों, विकलांगों और तीर्थयात्रियों को लाभ होगा।
ये सेवाएं प्रदेश में कुल आठ प्रमुख हवाई पट्टियों/हेलीपैडों पर लागू की जाएंगी, जिनमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, खजुराहो, ग्वालियर आदि स्थान शामिल हैं।
फ्लाई ओला ग्रुप के साथ पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत उड़ानों के समय, किराए और मार्गों पर अंतिम निर्णय अगले दो महीनों में होने की उम्मीद है।
मुख्य रूप से धार्मिक प्रस्थान के उद्देश्य से शुरू की गई यह सेवा अब पर्यटन गतिविधियों तक फैल रही है। सरकार का मानना है कि इससे राज्य में रोजगार और पर्यटन राजस्व दोनों में वृद्धि होगी। स्थानीय निवासियों को लाभ, तीर्थ यात्रा में आसानी और पर्यटन क्षेत्र में नए अवसर – इन सभी को जोड़ने के लिए यह सेवा एक स्वप्निल कदम साबित हो सकती है।
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निष्कर्ष
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा न केवल राज्य के धार्मिक स्थलों को जोड़ने का एक अभिनव प्रयास है, बल्कि यह राज्य के पर्यटन क्षेत्र को एक नई दिशा देने वाला कदम भी है। हेलीकॉप्टर सेवा अब तीर्थस्थलों और टाइगर रिजर्व जैसे स्थानों तक तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का विकल्प प्रदान करेगी। बांधवगढ़ और कान्हा जैसे प्राकृतिक स्थलों को जोड़ने की योजना इस पहल को और भी आकर्षक बनाती है। इससे न केवल स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि राज्य में पर्यटन से जुड़े आर्थिक उद्योग भी आसानी से जुड़ सकेंगे। यह सेवा धार्मिक, प्राकृतिक और सांस्कृतिक पर्यटन के मानचित्र पर मध्य प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की क्षमता प्रदान करती है।