बांद्रा स्टेशन : जहां तक जाएगी नजर, दिखेगी पलायन करने वाले बिहार-यूपी के मजदूरों की भीड़

लॉकडाउन ने वैसे तो सभी को असहज कर दिया है लेकिन मजदूरों के सामने विकट समस्या खड़ी हो गई है। उनके सामने जीवन-मरण के हालात हैं। इसी के चलते पलायन ने जोर पकड़ लिया है।25 मार्च को हुए लॉकडाउन की घोषणा और घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंधित करने के बाद ज्यादातर पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड के रोजमर्रा के कामगार, दिहाड़ी मजदूर अपने पारिवार एवं मासूम बच्चों के साथ पैदाल अपने घर की ओर निकल पड़े थे।

आज जब प्रधानमंत्री ने लॉक डाउन 2.0 की घोषणा की तो लोगो के शब्र के बांध टूट गए। लॉकडाउन के बीच मुंबई के बांद्रा में लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई है और वे घर वापस भेजे जाने की मांग करने लगे।

लोगों की शिकायत है कि उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए उन्हें उनके गांव तक भेजा जाए. वे घर जाने की इजाजत मांग रहे हैं. बांद्रा वेस्ट के स्टेशन के सामने जामा मस्जिद के पास लोग खड़े हो गए हैं. इसमें ज्यादातर यूपी और बिहार के प्रवासी मजदूर हैं. हालांकि, बाद में स्थानीय नेताओं और पुलिस के लाठीचार्ज के बाद वे वहां से चले गए.

बता दें कि बांद्रा को हॉटस्पॉट घोषित किया जा चुका है. ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में यहां लोगों का जुटना चिंताजनक है.पूरे देश में महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के सबसे अधिक 2337 मामले हैं. अकेले मुंबई में ये आंकड़ा 1500 से अधिक है.

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