बैंकों को 71542 करोड़ रुपए का लगा चूना, धोखाधड़ी के मामलों में 15 प्रतिशत इजाफा
[three_fourth last=last] पटना : देश के बैंक लगातार धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं। इस वित्तीय वर्ष में तो धोखाधड़ी के मामलों में 15 प्रतिशत का और इजाफा हो गया है। वहीं, बैंकों को धोखेबाजों ने 71,542.93 करोड़ रुपए का चूना लगाया है। बता दें कि यह जानकारी आरबीआई ने खुद दी है। भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी किया। रिपोर्ट में कहा कि देश में चलन में मौजूद मुद्रा 17 फीसदी बढ़कर 21.10 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। साथ ही, यह भी कहा गया है कि वित्त वर्ष 2018-19 में बैंकों में 71,542.93 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के 6,801 मामले सामने आए हैं।
घरेलू मांग घटने से आर्थिक गतिविधियां पड़ रहीं सुस्त : रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि घरेलू मांग घटने से आर्थिक गतिविधियां सुस्त पड़ी हैं और अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए निजी निवेश बढ़ाने की जरूरत है। आरबीआई ने कहा कि आईएलऐंडएफएस संकट के बाद एनबीएफसी से वाणिज्यिक क्षेत्र को ऋण प्रवाह में 20 फीसदी की गिरावट आई है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि केंद्र सरकार को अधिशेष कोष से 52,637 करोड़ रुपए देने के बाद रिजर्व बैंक के आकस्मिक कोष में 1,96,344 करोड़ रुपए की राशि बची है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कृषि ऋण माफी, सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के क्रियान्वयन, आय समर्थन योजनाओं की वजह से राज्यों की वित्तीय प्रोत्साहनों को लेकर क्षमता घटी है।