बंद होंगे बिहार के सारे क्वारंटीन सेंटर, स्टेशनों पर थर्मल स्क्रीनिंग भी नहीं, CM नीतीश का फैसला

PATNA : बंद होंगे बिहार के सारे क्वारंटीन सेंटर, स्टेशनों पर थर्मल स्क्रीनिंग भी नहीं- नीतीश सरकार का फैसलाबंद होंगे बिहार के सारे क्वारंटीन सेंटर, स्टेशनों पर थर्मल स्क्रीनिंग भी नहीं- नीतीश सरकार का फैसलाबिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अब तक 23 लोगों की मौत हो चुकी है।

बिहार सरकार ने फैसला लिया है कि मंगलवार (2 जून, 2020) से प्रदेश लौटने वाले प्रवासियों का पंजीकरण या उन्हें क्वारंटाइन नहीं किया जाएगा। सोमवार तक जो लोग राज्य में वापस लौट आए उनका पंजीकरण किया गया और 5000 से अधिक सेंटरों में उन्हें क्वारंटाइन किया गया है, जिनमें लगभग 13 लाख प्रवासी हैं। ये सभी क्वारंटाइन सेंटर 15 जून के बाद बंद कर दिए जाएंगे और तब तक इनमें मौजूद सभी प्रवासियों के 14 दिन की क्वारंटाइन अवधि पूरी हो जाएगी। इसके अलावा रेलवे स्टेशनों पर थर्मल स्क्रीनिंग को भी बंद करने की तैयारी है, लेकिन हर स्टेशन पर मेडिकल सुविधा होगी ताकि लोगों को इलाज में आसानी हो सके।

राज्य सरकार ने ये फैसला ऐसे समय में लिया है जब बिहार लौटने वाले कई प्रवासियों को कोविड-19 की पुष्टि हुई है। सोमवार तक प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3945 हो चुकी है। इसमें 2743 प्रवासी है जो तीन मई के बाद बिहार लौटे हैं। इनमें महाराष्ट्र से लौटने वाले प्रवासियों में 677 को कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके अलावा अन्य राज्यों से लौटे जिन प्रवासियों को कोरोना की पुष्टि हुई है उनमें दिल्ली के 628, गुजरात के 405 और हरियाणा के 237 लोग शामिल हैं। इसके अलावा यूपी, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और अन्य राज्यों से लौटने वाले प्रवासियों को भी कोरोना की पुष्टि हुई है।

बिहार आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रमुख सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि हमने 30 लाख से अधिक प्रवासियों को वापस लाकर सबसे बड़ी कवायद की है। हम सोमवार शाम से पंजीकरण बंद कर रहे हैं। किसी भी मामले में अधिकतम लोग वापस आ गए हैं। उन्होंने कहा कि डोर-टू-डोर स्वास्थ्य निगरानी जारी रहेगी और चिकित्सा सुविधाएं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेवल I और लेवल II अस्पतालों तक समान रहेंगी।

इधर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि विदेशी विशेषज्ञों ने निष्कर्ष निकाला है कि होम क्वारंटाइन सबसे अच्छा क्वारंटाइन है। फिर भी हमने प्रवासियों को हर तरह की सुविधाएं दी हैं, जिसमें ट्रेन और बस किराए की भरपाई और 1,000 रुपए मूल्य की आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं।

Input- Jansatta

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