महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर काम हुआ शुरू, जुलाई अंत तक मिल जाएगा विधायक प्रत्यासी
बुधवार को कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने राजद के तेजस्वी यादव समेत अन्य नेताओं के साथ हुई बैठक में कांग्रेस ने 20 जुलाई तक ग्राउंड फीडबैक मंगवा लिया हैं. इसके बाद ही ये तय हो गया कि महागठबंधन अपना सीट शेयरिंग शुरू कर चुकी हैं. अब राजद सूत्र भी ये पुष्ट कर रहे हैं कि महागठबंधन अपना सीट शेयरिंग का काम कर चुकी हैं. घटक दल के सभी दलों को भी अपने सीट पहचानने को कह दिया गया हैं. साथ ही उम्मीदवारों का लिस्ट भी लेकर सीट शेयरिंग के मीटिंग में शामिल होने को कहा गया हैं.
इधर महागठबंधन से नाराज़ चल रहे मांझी को लेकर राजद सूत्रों का कहना हैं कि समन्वय के लिए सभी दलों के नेता आपस में बैठकर विचार करते आये हैं. न NDA गठबंधन में न UPA या महागठबंधन में पहले कभी भी कोआर्डिनेशन कमेटी बना हैं. सभी पार्टी के नेता आपस में बैठक कर कोआर्डिनेशन बनाते आये हैं. ऐसे में कोआर्डिनेशन कमेटी की मांग आगामी चुनाव में महागठबंधन को नुकसान पहुंचा सकती हैं. इस वजह से महागठबंधन के अन्य दल कोआर्डिनेशन कमेटी की मांग उठाने से बच रहे हैं. सभी का फोकस नीतीश सरकार के नाकामियों को उजागर करना हैं, जबकि मांझी महागठबंधन को कमजोर साबित करने में लगे हैं.
आपको बताते चले कि महागठबंधन Bihar की रणनीति हरहाल में अगस्त के शुरुआत में सीट शेयरिंग की घोषणा करने की हैं. …या फिर कम से कम इस समय तक सभी पार्टी अपना सीट शेयरिंग के झमेले को समाप्त कर लेना चाहती हैं.
राजद ने बनायी विस्तृत रणनीति
हाल ही में आरजेडी पार्टी लालू प्रसाद यादव को जेल से बाहर लाने की कोशिश में जुटी हुई हैं. हालाँकि तेजस्वी यादव अन्य विकल्पों पर भी कार्य कर रहे हैं. राजद की पूरी कोशिश लालू प्रसाद को अक्टूबर माह तक जेल से बाहर लाने की हैं.
हाल में दिए गए एक बयान में तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी के नेताओं को कहा है कि वह व्यक्तिगत हित से ऊपर उठकर पार्टी के बारे में सोचें. अगर हम सब पार्टी के बारे में सोचेंगे तो बिहार में सत्ता मिलना तय है. जनता मौजूदा सरकार से हताश हैं और उन्हें बेहतर विकल्प चाहिए. हम लालू यादव के आधार पर चलते हुए बिहार में गरीबों और कमजोर वर्ग के लोगों के साथ साथ सभी को लेकर नई धारा की राजनीति करेंगे. इस बयान को तेजस्वी यादव का प्लान-बी कहा जा रहा हैं.