बिहार में गहराया बिजली संकट, मात्र 16 घंटे हो रही है आपूर्ति, पटना सहित पूरे राज्य के लोग परेशान

संकट शहर में 18 तो ग्रामीण क्षेत्रों में 16 घंटे आपूर्ति, बिहार को कम मिली बिजली, घंटों कटौती : बिहार में एक बार फिर से बिजली संकट गहराने लगा है. यही कारण है कि राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में एक बार फिर से लोग परेशान रहने लगे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो 24 घंटे में पहले जहां 20 से 22 घंटे बिजली की आपूर्ति होती थी वहां अभी मात्र 16 घंटे लोगों को बिजली उपलब्ध करवाया जा रहा है. राज्य सरकार का आरोप है कि केंद्र सरकार द्वारा कम बिजली दी जा रही है तो वही राज्य सरकार के आरोप का खंडन करते हुए केंद्र सरकार का कहना है कि बिहार सरकार द्वारा जितनी बिजली मांगी जा रही है उतना उपलब्ध करवाया जा रहा है.

बीते दो दिनों से बिहार को केंद्रीय सेक्टर से कम बिजली मिल रही है। रविवार को केंद्रीय सेक्टर से दो हजार मेगावाट कम बिजली मिली। इस कारण पटना सहित राज्यभर में बिजली संकट कायम रही। राज्य में तीन दर्जन से अधिक ग्रिडों को प्रतिबंधित कर चलाया गया। सैकड़ों फीडर को बारी-बारी से बिजली आपूर्ति की गई। इस कारण पटना सहित राज्य के सभी जिले में बिजली की जमकर लोडशेडिंग हुई। आठ से दस घंटे तक बिजली कटौती हुई। छुट्टी के दिन बिजली कटौती से लोग परेशान रहे।

जानकारी के अनुसार एनटीपीसी से बिहार को 6232 मेगावाट आवंटित है। लेकिन, 10 बिजली घरों का संचालन तकनीकी खराबी के कारण या तो नहीं हुआ या उससे कम बिजली मिली। एनटीपीसी से बिहार को बमुश्किल चार हजार मेगावाट ही बिजली मिली। जरूरत से दो हजार मेगावाट कम बिजली मिलने के कारण पटना सहित सभी जिले में लोडशेडिंग की गई।

कंपनी अधिकारियों के अनुसार राज्य के 40 ग्रिड को प्रतिबंधित कर दिया गया। दो सौ से अधिक फीडर को बारी-बारी से बिजली आपूर्ति की गई।

कम बिजली मिलने के कारण शहरी क्षेत्रों में बमुश्किल 18 घंटे बिजली आपूर्ति हुई। लेकिन, अर्द्धशहरी व ग्रामीण इलाकों में 14-16 घंटे ही बिजली आपूर्ति हुई। हालांकि किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसके लिए कृषि फीडर को 16 घंटे बिजली दी गई। कम बिजली मिलने के कारण बिजली कंपनी ने खुले बाजार से बिजली खरीदारी की कोशिश की पर सफलता हाथ नहीं लगी। अधिक बोली लगाने के बावजूद कंपनी को खुले बाजार से पर्याप्त बिजली नहीं मिल सकी।

कम बिजली मिलने के कारण बिजली आपूर्ति पर असर हो रहा है। ग्रिडों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। जब तक पूरी बिजली नहीं मिलेगी, आपूर्ति में परेशानी हो सकती है।

-महेन्द्र कुमार, प्रबंध निदेशक, बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड।

बिहार को मांग के अनुसार भरपूर बिजली दी जा रही है। तकनीकी खराबी के कारण कुछ यूनिट बंद हुई हैं जिसे चालू करने की पूरी कोशिश की जा रही है। आज-कल में ये चालू हो जाएंगी।

-विश्वनाथ चंदन, प्रवक्ता, एनटीपीसी।

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