19 March 2025

दादी की अंतिम इच्छा पूरा करने के लिए अस्पताल में विवाह, दूल्हा दुल्हन को आशीर्वाद देते ही चल बसी

Bihar Muzaffarpur Hospital mey shadi

MUZAFFARPUR NEWS (Wedding in hospital to fulfill grandmother’s last wish, the groom passed away after blessing the bride) : आपको राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म विवाह याद है। जिसमें विवाह से एक दिन पहले लड़की के साथ हादसा होता है और उसका पूरा शरीर जल जाता है, शादी को कैंसिल करने का फैसला लिया जाता है लेकिन लड़का हॉस्पिटल में आकर विवाह करने की जिद करता है और डॉक्टर के परमिशन के बाद इस अस्पताल में विवाह समारोह का आयोजन होता है।

कुछ ऐसा ही इन दोनों बिहार के मुजफ्फरपुर में देखने को मिला जहां एक अस्पताल में वैवाहिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बताया जाता है कि मीठापुर की 79 वर्षीय रीता देवी बीमार होने के बाद एसकेएमसीएच में भर्ती थी। गंभीर स्थिति होने के कारण उन्हें आईसीयू में भर्ती करवाया गया था और डॉक्टरों ने कह दिया था कि उनके पास अब अधिक टाइम नहीं है। दादी की बिगड़ी तबीयत को देखकर पूरे परिवार के लोग परेशान थे लेकिन दादी की अंतिम इच्छा थी कि पोते का विवाह हो और वह बहू को देखकर इस दुनिया को अलविदा कहे।

फिर क्या था हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन से आदेश लिया गया और अस्पताल में ही शादी समारोह का आयोजन हुआ। कहां जाता है कि विवाह के बाद दूल्हा दुल्हन दादी से आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं और दोनों को देखने के बाद दादी दुनिया छोड़ चल बसती है।

पोते का नाम अभिषेक कुमार है और इस शादी का आयोजन हॉस्पिटल कैंपस में स्थित शिव मंदिर में किया गया। शादी के बाद अभिषेक ने बताया कि दादी की अंतिम इच्छा थी कि वह पोते और उनकी बहू को देख सके। अभिषेक ने कहा जिस लड़की के साथ मेरी शादी हुई है हम लोगों की मंगनी पहले हो चुकी थी लेकिन विवाह का दिन तय नहीं हुआ था। इसी बीच दादी ने अंतिम इच्छा व्यक्त की तो आनन-फानन में विवाह का आयोजन किया गया। इस अस्पताल कैंपस में एक शिव मंदिर है जहां पर विवाह करने के बाद हम सीधे दादी के पास आशीर्वाद लेने पहुंचे। मैं और मेरी पत्नी ने दादी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया उन्होंने हमें आशीर्वाद दिया। उनके चेहरे पर हंसी साफ दिख रहा था। लेकिन कुछ ही घंटे के बाद दादी हम लोगों को छोड़कर चली गई। दादी का नाम रीता देवी है।

वहीं अस्पताल के डॉक्टरों का कहना था कि जब हमारे पास महिला की अंतिम इच्छा को लेकर प्रस्ताव दिया गया तो हम लोगों के पास इनकार करने का कोई कारण नहीं था। पूरा हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन भी इस वैवाहिक समारोह में शामिल हुआ और दादी के मरने के बाद सभी रिश्तेदार, डॉक्टर, नर्स और अस्पताल के कर्मचारी भी भावुक नजर आ रहे हैं

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