बिहार के BJP विधायक को कोटा जाने के लिए पास देने वाले नवादा SDO को किया गया सस्पेंड
Patna: बिहार के हिसुआ से भाजपा विधायक अनिल सिंह द्वारा लॉकडाउन में अपनी बेटी को कोटा से लाने वाले मामले के तूल पकड़ने के बाद विधायक को कोटा आने-जाने के लिए पास जारी करने वाले अधिकारी को निलंबित किया जा चुका है. इसके साथ ही इस में शामिल अन्य सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. ऐसे में विधायक के खिलाफ भी कार्रवाई तय मानी जा रही है.
तो वहीं इस संबंध में बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा है कि कोटा में फंसे बिहार के छात्रों को वर्तमान हालात में वापस बुलाना ठीक नहीं है. इस बाबत मुख्यमंत्री भी स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं. इस बीच विधायक को पास जारी करने वाले सदर एसडीएम अनु कुमार को निलंबित कर दिया गया है. नवादा के जिलाधिकारी यशपाल मीणा की अनुशंसा पर सामान्य प्रशासन विभाग ने उन्हें निलंबित किया है.
उधर लॉकडाउन के दौरान बीजेपी विधायक अनिल सिंह द्वारा विधानसभा सचिवालय से आवंटित गाड़ी को बेटी को लाने के लिए कोटा ले जाने के मामले पर बिहार विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) विजय कुमार चौधरी ने सख्त त ख अख्तियार किया है. विधानसभा सचिवालय ने विधायक के वाहन चालक शिवमंगल चौधरी से 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस मामले में दोषी पाए जाने वाले सभी संबंधित लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
विधानसभा सचिवालय की ओर से कहा गया है कि वाहन चालक को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि किसी भी हाल में बिना विधानसभा सचिवालय की अनुमति के विभागीय वाहन को राज्य से बाहर नहीं ले जाना है. जिस विधायक को यह गाड़ी आवंटित है, यदि वह ऐसा करते हैं तो इसकी सूचना उन्हें तुरंत विधानसभा सचिवालय को देनी होगी. किंतु ऐसी कोई सूचना सचिवालय को नहीं दी गई, जिसे नियम के विरुद्ध मानकर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कोटा में पढ़ रहे अपने बच्चों को वापस बुलाने का फैसला किया तथा उन्हें लाने के लिए बसें भेजी. इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमारने लॉकडाउन की मर्यादा का उल्लंघन बताया तथा कहा कि बिहार के बच्चों को कोटा में ही रहने की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इसी बीच बीजेपी विधायक कोटा से अपने बेटी को लेकर बिहार आ गए. इसे लेकर सरकार पर दोहरी नीति का आरोप लगाया गया है. अब इस मामले में कार्रवाई शुरू हो गई है. साथ ही बिहार सरकार ने राजस्थान में फंसे बिहारियों की भी सुध ली है.