बीजेपी को महाराष्ट्र में झटका, शिव सेना ने कहा- आदित्य ठाकरे को बनाया जाय नया CM

शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि सीएम शिवसेना को हो तो बेहतर होगा. उन्होंने कहा कि मैं उद्धव जी से मिलने जा रहा हूं. नंबर इतने बुरे भी नहीं हैं. ऐसा होता है कभी-कभी…हमारा गंठबंधन आगे भी बरकरार रहेगा.

बताते चले की महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इस बार कई बड़े नेताओं की अगली पीढ़ी मैदान में है। इनमें कई पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं, तो कई ऐसे हैं जिनके पास राजनीति का अच्छा-खासा अनुभव है। इस मामले में कोई भी पार्टी पीछे नहीं है। भाजपा की ओर से जहां पंकजा मुंडे, रोहिणी खड़से, नितेश राणे और सुनील राणे जैसे उम्मीदवार हैं, तो शिवसेना की ओर ठाकरे परिवार के आदित्य ठाकरे खुद मैदान में हैं। ऐसा पहली बार है, जब ठाकरे परिवार का कोई सदस्य चुनावी मैदान में हो।

इसके अलावा कांग्रेस और एनसीपी ने भी ऐसे ही कई चेहरों को मौका दिया है। शरद पवार के परिवार से अजित पवार और रोहित पवार मैदान में हैं। वहीं, कांग्रेस की ओर से अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, धीरज देशमुख, अमित देशमुख और प्रणति शिंदे मैदान में हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में…

1.आदित्य ठाकरे- महाराष्ट्र चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा आदित्य ठाकरे की हो रही है। ऐसा पहली बार है, जब ठाकरे परिवार से कोई सदस्य चुनावी मैदान में उतरा हो। आदित्य के डिप्टी सीएम बनने की भी उम्मीद है। इनके पिता उद्धव ठाकरे भी यदा-कदा मुख्यमंत्री बनने की ख्वाहिश जताते रहे हैं। आदित्य के दादा बाल ठाकरे की महाराष्ट्र की राजनीति में अपनी बेहतरीन पकड़ थी। आदित्य वर्ली विधानसभा से चुनावी मैदान में हैं।

2.पंकजा मुंडे- भाजपा के कद्दावर नेता रहे गोपीनाथ मुंडे की विरासत को पंकजा आगे बढ़ा रही हैं। बीड जिले में मुंडे परिवार का दबदबा रहा है। पंकजा के पिता 2014 की मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री थे। पंकजा भी महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हैं और उनकी बहन प्रीतम गोपीनाथ राव मुंडे बीड से लोकसभा सांसद हैं। पकंजा एक बार फिर परली सीट से चुनावी मैदान में रही हैं।

3.अजित पवार- अजित पवार का महाराष्ट्र की राजनीति में अपना खुद का दबदबा है। अजित के चाचा शरद पवार महाराष्ट्र के कद्दावर नेता और एनसीपी के मुखिया हैं। अजित इससे पहले महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वह फिलहाल एनसीपी में नंबर दो के नेता हैं। अजित इस विधानसभा चुनाव में एनसीपी के गढ़ कहे जाने वाले बारामती से चुनावी मैदान में हैं।

4.रोहित पवार- आदित्य की तरह ही रोहित पवार की भी काफी चर्चा हो रही है। शरद पवार के पोते रोहित एनसीपी में अगली पीढ़ी के नेता बताए जा रहे हैं। रोहित इससे पहले बारामती तालुका से जिला परिषद का चुनाव जीत चुके हैं। रोहित कर्जत जामखेड सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

5.रोहिणी खडसे- भाजपा ने इस विधानसभा चुनाव में एकनाथ खड़से को टिकट न देकर उनकी बेटी रोहिणी खड़से को मैदान में उतारा है। रोहिणी के पास एकनाथ खड़से की राजनीतिक विरासत है। एकनाथ साल 2014 में महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल थे। रोहिणी अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र मुक्ताईनगर से चुनावी मैदान में हैं।

6.नितेश राणे- कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता रहे नारायण राणे की राजनीति को उनके बेटे नितेश राणे आगे बढ़ा रहे हैं। कभी शिवसेना की ओर से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे नारायण ने कांग्रेस की राजनीति भी की। चुनाव से ठीक पहले नारायण अपने बेटे नितेश के साथ भाजपा में शामिल हो गए। नितेश कणकवली से चुनाव लड़ रहे हैं।

7.प्रणति शिंदे- पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी प्रणति शिंदे एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं। प्रणति इस बार भी सोलापुर सीट से चुनावी मैदान में हैं। इससे पहले सोलापुर से सुशील कुमार शिंदे चुनाव जीतते आए हैं। अब प्रणति इस विरासत को आगे बढ़ा रही हैं।

8.धीरज देशमुख- विलास राव देशमुख कांग्रेस के कद्दावर नेता थे। कभी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे विलासराव की विरासत अब उनके बेटों के कंधों पर है। उनके बेटे धीरज लातूर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। इसके अलावा धीरज के भाई अमित देशमुख भी इस चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *