पढ़ने में काफी तेज-होशियार था बुली बाई एप वाला विशाल झा, कहानी उसके टीचर संदीप मानूधने की जुबानी

PATNA- बुली बाई एप विशाल की कहानी उसके टीचर संदीप मानूधने की जुबानी : वह 2014-15 का दौर था वह लड़का मेरा स्टूडेंट था। वो एक विनम्र आज्ञाकारी स्टूडेंट, होशियार, औऱ अच्छे परिवार वाला तेजतर्रार युवा था उसने पूरा कोर्स किया। अपनी तरफ से पूरी कोशिश की। आज वह मीडिया और टीवी में एक प्रमुख सांप्रदायिक नफरत फैलाने वाला चेहरा है जो लड़कियों की धर्म के आधार पर आन लाइन बोलिया लगाता है यह एक मात्र संकेत नही है, मैं फिर कह रहा हूँ यह बस एक मात्र संकेत घटना नही है यह 2014 के बाद फासीवाद रूप के रूप में परिवर्तित होते न्यू इंडिया की तस्वीर दिखाता है

बुली बाई एप मामले में बिहार का छात्र बेंगलुरु से गिरफ्तार

मुंबई साइबर पुलिस ने विवादित बुली बाई एप मामले की मास्टरमाइंड 18 वर्ष की श्वेता सिंह को उत्तराखंड के रुद्रपुर से गिरफ्तार किया है। महाराष्ट्र पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर पांच दिन के ट्रांजिट रिमांड पर लिया है।

वहीं, बांद्रा मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने बेंगलुरु से गिरफ्तार इंजीनियरिंग छात्र विशाल कुमार झा को मंगलवार को 10 जनवरी तक के लिए मुंबई पुलिस की हिरासत में भेज दिया। वह बिहार का रहने वाला है। बुली एप पर समुदाय विशेष की महिला को निशाना बनाए जाने के बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया था। वहीं, बुली बाई एप मामले में मुंबई साइबर पुलिस ने बताय कि मुख्य आरोपी युवती श्वेता सिंह और इंजीनियरिंग छात्र विशाल कुमार झा एक-दूसरे को जानते हैं। महिला बुली बाई एप से जुड़े तीन अकाउंट को हैंडल कर रही थी। सह आरोपी विशाल ने खालसा सुप्रीमेसिस्ट नाम से एक अकाउंट खोला था। 31 दिसंबर को उसने दूसरे अकाउंट्स का भी नाम बदलकर सिख नाम से मिलता-जुलता रख दिया। इसमें फर्जी खालसा अकाउंट होल्डर को दिखाया गया।

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