अब मोबाइल ऐप से होगी जनगणना, जारी किए जाएंगे नागरिकता कार्ड, 27 लाख टीचरों की लगेगी ड्यूटी

PATNA: साल 2021 की जनगणना मोबाइल ऐप के जरिए की जाएगी। मोबाइल ऐप की मदद से 60 से अधिक जानकारियां इकट्ठी की जाएंगे। जानकारियों में घर में उपलब्ध सुविधाएं, पेयजल, बिजली के स्रोत, वाहन, धर्म, व्यवसाय, लिंग, साक्षरता, मातृभाषा शामिल होंगी। एनपीआर के लिए इस ऐप में अलग सेट होगा। इसमें नाम, जन्मतिथि, पिता का नाम, आधार, पासपोर्ट, मोबाइल, पैन नंबर, मतदाता पहचान पत्र संख्या शामिल होंगी। जनगणना की प्रक्रिया अगले साल अप्रैल महीने से शुरू होगी। इससे पहले इसी साल के अगस्त में ऐप का फील्ड ट्रायल होगा। इस ट्रायल के जरिए ऐप की एक एक कमी नोटिस कर उसे दूर की जाएगी। इसके बाद ट्रेनिंग दी जाएगी।

अगले साल अप्रैल से शुरू हो रही 2021 के लिए सवा अरब से अधिक नागरिकों की जनगणना मोबाइल से कराने के लिए एक विकसित ऐप तैयार किया जा चुका है। इस ऐप के जरिए प्रत्येक नागरिक के संबंध में 60 से अधिक जानकारियां हासिल की जाएगी। बाद में इसी ऐप से हासिल डेटाबेस से राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर और बाद में नागरिकता कार्ड जारी किए जाएंगे।

सरकार का कहना है कि ज्यादातर लोग कागज के फार्म की जगह मोबाइल का इस्तेमाल करेंगे। क्योंकि यह न सिर्फ आसान है, बल्कि इससे जल्द से जल्द डाटा इकट्ठा किया जा सकता है। कहा जा रहा है कि जनगणना कार्य में 27 लाख कर्मियों को लगाया जाएगा। इस प्रक्रिया को शुरू करने के पहले इन्हें पूरी तरह से प्रशिक्षित किया जाएगा। कागज के फार्म पर जानकारी इकट्ठा कर इसका विश्लेषण बेहद जटिल और लंबी प्रक्रिया थी। इस नए विकसित मोबाइल ऐप से विश्लेषण बेहद आसान होगा। इससे पहले की तरह विश्लेषण में लंबा वक्त नहीं लगेगा।

जानकारी के मुताबिक, जनगणना के कार्य में लगाए गए शिक्षकों को ऐप के जरिए जानकारी हासिल करने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी। शिक्षकों के मोबाइल में इस ऐप को फीड किया जाएगा। इसके बाद ऐप के जरिए डाटा कैसे लेना है उसकी जानकारी दी जाएगी। हालांकि, विकल्प के तौर पर कागज के फार्म भी होंगे। अगर कहीं, कुछ समस्या हुई तो पेपर फॉर्म काम में लिया जाएगा।

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