भारत में चीन के बराबर हुए कोरोना मरीज, आज 11वां सबसे संक्रमित देश बन जाएगा

चीन में 21 दिन बाद मरीज घटने लगे, भारत में 51 दिन बाद भी बढ़ रहे

चीन में 23 जनवरी को लॉकडाउन लगा था। उसके बाद 12 फरवरी को एक दिन में सबसे ज्यादा 14 हजार मरीज मिले थे। लेकिन, उसके बाद नए मरीजों की संख्या लगातार गिरने लगी। इसलिए 8 अप्रैल को 77 दिन बाद चीन में लॉकडाउन हटा दिया गया। इधर, भारत में 25 मार्च को लॉकडाउन लगा। 51 दिन बाद भी मरीज घटने शुरू नहीं हुए हैं। विशेषज्ञ कह रहे हैं कि जून के आिखरी महीने में मरीज चरम पर हो सकते हैं। हालांकि, लॉकडाउन में धीरे-धीरे छूट बढ़ रही है।

विशेषज्ञ कहते हैं कि चीन ने सख्त लॉकडाउन के दम पर वायरस को वुहान से बाहर नहीं निकलने दिया। चीन का 70% इलाका सुरक्षित बना रहा। लेकिन, भारत में सिर्फ पूर्वोत्तर राज्यों के तीन राज्यों के अलावा कोई भी इलाका वायरस से अछूता नहीं बचा है। देश में 21 बड़े हॉटस्पॉट हैं। भारत के 27 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना फैल चुका है। 13.9 दिन में मरीज दोगुने हो रहे हैं। अहम बात यह कि चीन ने संक्रमण का फैलाव रोक दिया था। 72 हजार मरीज सिर्फ हुबेई प्रांत में थे। वुहान शहर इसका केंद्र था। इधर, भारत के 5 राज्यों में 5 हजार से ज्यादा मरीज हैं। महाराष्ट्र में 27 हजार से ज्यादा हैं।चीन में कोरोना केंद्र रहे हुबेई प्रांत के बाहर सिर्फ दो प्रांतों में 100 से ज्यादा लोग संक्रमित हुए थे।

अहम बात यह कि भारत में मरीजों की मृत्यु दर दुनिया में रूस और पेरू के बाद सबसे कम है। अमेरिका में अभी मृत्युदर 5.96% है, जबकि, यूरोप में 9.22% बनी हुई है। दुनिया में मृत्युदर 6.70% बनी हुई है। चीन में 5.59% मरीजों की मौत हुई है। भारत में यह दर 3.12% है। यानी अभी तक भारत में मृत्युदर चीन से अच्छी है। क्योंकि, भारत में अभी एक्टिव मरीज 50,733 हैं, इसलिए यह दर अभी बढ़ सकती है। भारत में अभी एक्टिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। रिकवरी रेट 34% पहुंचा पाया है।

चीन में सक्रिय मरीजों की संख्या 14 अप्रैल को 1 हजार से नीचे पहुंच चुकी थी। इधर, भारत में 14 अप्रैल को सक्रिय मरीज 10 हजार हो चुके थे। यानी एक महीने में चीन में 9,894 एक्टिव मरीज कम हुए, जबकि भारत में 40 हजार से ज्यादा बढ़ गए। चीन में 16 फरवरी को सबसे ज्यादा 57,907 एक्टिव मरीज थे। उसके बाद घटने लगे थे।

भारत में 30 जनवरी को पहला मरीज मिला था। 14 मई को आंकड़ा 81 हजार पार हो गया। चीन में 40 दिन से 10 से कम नए मरीज मिल रहे। भारत में रोज 3 हजार से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। भारत शुक्रवार को चीन को पीछे छोड़ अमेरिका, रूस, इंग्लैंड, इटली, ब्राजील, फ्रांस, जर्मनी, तुर्की, ईरान के बाद 11वां सबसे प्रभावित देश बन जाएगा।चीन में 17 नवंबर 2019 को पहला मरीज मिला था। एक माह तक बीमारी का पता नहीं चला।

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