नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ आस्था का महापर्व छठ, आज होगा खरना, कल डूबते हुए सर्य की होगी पूजा

नहाय-खाय के साथ लाेक आस्था के महापर्व चैती छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान शुक्रवार से शुरू हो गया। व्रतियाें ने गंगा स्नान के बाद चावल, चने की दाल और लौकी की सब्जी का सेवन किया। पंडित राजनाथ झा ने बताया कि खरना शनिवार को है। खरना के दिन व्रती सुबह से शाम तक निर्जला उपवास रखते हैं। शाम में दूध और गुड़ की खीर बनाकर भगवान को अर्पित किया जाता है। इसके बाद 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है।

खरना के प्रसाद में ईख के कच्चे रस, गुड़ के सेवन से त्वचा रोग और आंख का रोग समाप्त हो जाता है। इसके प्रसाद से शरीर निरोग होता है अाैर बौद्धिक क्षमता बढ़ती है। रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इस दिन नदी या तालाब के किनारे स्थित घाट पर जाकर सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। लेकिन, कोरोना की वजह से लगी पाबंदियों के कारण इस साल लोग घाट पर नहीं जा पाएंगे। सोमवार की सुबह उदित हो रहे सूर्य को अर्घ्य देकर चैती छठ का समापन हो जाएगा।

पटना सिटी | लोक आस्था का महापर्व छठ पर्व को लेकर पटना नगर निगम अजिमाबाद अंचल की ओर से विभिन्न इलाकों में छठव्रतियों के बीच पवित्र गंगा जल का वितरण किया गया। इस संबंध में पटना नगर निगम अजिमाबाद अंचल के ईओ राकेश कुमार सिंह व मुख्य सफाई निरीक्षक संजीव कुमार वर्मा ने बताया कि गायघाट रैन बसेरा के निकट, गायघाट अशोक राजपथ पर, भद्रघाट मोड़, नबाव बहादुर रोड व खाजेकलां समेत विभिन्न इलाकों में टैंकर से गंगा जल का वितरण किया गया। ईओ ने बताया कि टैंकर में गंगा जल भर कर विभिन्न चौक चौराहे पर लगा दिया जाता है। जिनके घर में छठ पर्व हो रहा है,वे टैंकर से पानी ले जाते हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को नहाय खाय से लेकर छठ के पारण तक हर दिन गंगा जल का वितरण किया जाएगा। सरकार ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए घरों में ही छठ व्रत करने की अपील की है। शुक्रवार को नहाय खाय संपन्न हुआ। शनिवार को खरना, रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अाैर सोमवार को उदयगामी सूर्य को अर्घ्य के साथ छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान का समापन होगा।

दानापुर | लोक आस्था का महापर्व चैती छठ पूजा का शुरुआत शुक्रवार को नहाय-खाय से हो गया हैं। पिछले वर्ष कोरोना काल की अपेक्षा इस वर्ष बहुत कम ही लोग गंगा घाट किनारे जाना पसंद कर रहे हैं। उधर प्रशासन द्वारा लगातार कहा जा रहा है कि यह महापर्व अपने घर में ही पूर्ण करें। लोग इस महापर्व का साधना तो कर रहे पर कोरोना वायरस के कारण काफी डरे नजर आ रहे हैं। नहाय-खाय के साथ ही 4 दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व के पहले दिन नहाय खाय के दिन गंगा स्नान करके घाट से गंगा जल लेकर अपने-अपने घरों में नहाए खाए का प्रसाद बनाती हैं लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से गंगा स्नान करने वाले छठ व्रतियों की भीड़ काफी कम दिखी। कोरोना के कारण बहुत कम ही लोग छठ व्रती गंगा में स्नान करने पहुंच रही हैं।

पटना | पटना नगर निगम की ओर से महापर्व चैती छठ पूजा को लेकर निगम के सभी अंचलों में गंगाजल उपलब्ध कराया गया है। व्रतियों को पानी के लिए गंगा घाट जाने की जरूरत नहीं है। शनिवार की सुबह से ही सभी अंचलों में चौक-चौराहे पर गंगा पानी से भरा टैंकर लगा रहेगा। आसानी से जाकर पानी ले सकते हैं। टैंकर पर्याप्त मात्रा में सभी अंचलों में उपलब्ध है। लोगों को कोरोना वायरस से बचाव को लेकर तक पानी पहुंचाया जा रहा है।

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