अभी-अभी : राज्य सभा में भी पारित हुआ नागरिकता सशोधन बिल, पक्ष में 117 वोट पड़े

अभी अभी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. लोक सभा के बाद राज्य सभा में भी नागरिकता सशोधन विधेयक पास हो गया. पक्ष में 117 वोट पड़े

राज्‍यसभा में नागरिकता संशोधन बिल को सलेक्ट कमिटी में भेजने का विपक्ष का प्रस्ताव खारिज हो गया। न भेजने के पक्ष में 124 वोट और भेजने के पक्ष में 99 वोट पड़े। शिवसेना ने वॉकआउट किया।

अमित शाह ने कहा कि अगर इस देश का बंटवारा नहीं होता तो ये बिल नहीं लाना पड़ता। बंटवारे के बाद पैदा हुए हालात के कारण ये बिल लाना पड़ा है। ध’र्म के आधार पर विभाजन सबसे बड़ी भूल है। देश की समस्यायों का समाधान लाने के लिए मोदी सरकार आई है। कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि गृह मंत्री ने कौन सी इतिहास की किताबें पढ़ी हैं। दो-राष्ट्र का सिद्धांत हमारा सिद्धांत नहीं है। यह सावरकर द्वारा बनाई गई थी। मैं गृह मंत्री से अनुरोध करता हूं कि उस आरोप को वापस लें। क्योंकि हम कांग्रेसी उस एक राष्ट्र में विश्वास करते हैं, जिसपर आप विश्वास नहीं करते। जिनके पास भारत का कोई विचार नहीं है, वे भारत के विचार की रक्षा नहीं कर सकते।

अमित शाह बोले, 2013-14 में कांग्रेस सरकार के अंतिम बजट में अ’ल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए 3,500 करोड़ रुपये थे। नरेन्द्र मोदी जी की सरकार में 2019-20 में 4,700 करोड़ रुपये दिए गए। हमारे देश का राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति जैसे उच्च पदों पर अल्पसंख्यक आसीन हो सकता है। अमित शाह बोले, पाकिस्‍तान में सिर्फ 20 हिं’दू धर्मस्‍थल बचे हैं। पाकिस्तान में हि’न्दू-सि’ख लड़कियों का ज’बरन ध’र्म परिवर्तन कराया जाता है। अफगानिस्तान में भी अ’ल्पसंख्यकों के खिलाफ इसी तरह के जु’ल्म किए गए। पाकिस्‍तान में ई’साइयों के साथ बु’रा ब’र्ताव हो रहा है।

अमित शाह बोले, कांग्रेस के नेताओं के बयान और पाकिस्तान के नेताओं विशेषकर इमरान खान के बयान कई बार घुलमिल जाते हैं। दोनों के बयान एक जैसे हैं। अनुच्‍छेद 370 को हटाने के समय भी पाकिस्‍तान की भाषा बोल रहे थे। अनुच्‍छेद 370, ए;यरस्ट्रा;इक, कश्मीर और नागरिकता संशोधन विधेयक पर पाकिस्तान के नेताओं और कांग्रेस के नेताओं के बयान एक समान हैं। कांग्रेस के नेताओं के बयान को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यूएन में कोट किया। अमित शाह के इस बयान के बाद कांग्रेसी सांसदों ने सदन में जमकर हंगामा किया और बयान वापस लेने की मांग की।

अमित शाह बोले, कांग्रेस के नेताओं के बयान और पाकिस्तान के नेताओं विशेषकर इमरान खान के बयान कई बार घुलमिल जाते हैं। दोनों के बयान एक जैसे हैं। अमित शाह बोले, हम असम समझौते का पूरी तरह पालन करेंगे। असम की संस्कृति की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है और हम इसे पूरा करेंगे। असम में क्‍लॉज के लिए कमेटी बनाई है।

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