राजद ने दिया मुख्यमंत्री को ऑफर, कहा-महागठबंधन में आएं तो PM बनेंगे नीतीश
राजद नेता अमरनाथ गामी ने कहा कि भाजपा ने सुशील मोदी को निपटा दिया है. अब नीतीश कुमार को निपटाने की तैयारी है. नीतीश के नेतृत्व में बनी सरकार ज्यादा दिनों तक नहीं चल सकती.
दरभंगा: हायाघाट से जदयू के पूर्व विधायक और अब राजद नेता अमरनाथ गामी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर दिया है. अमरनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नीतीश कुमार अगर महागठबंधन में आते हैं तो उनकी प्रधानमंत्री बनने की लालसा पूरी हो सकती है.
अमरनाथ ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील मोदी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा “इस चुनाव के बाद बिहार से सुशील मोदी युग का अवसान हो चुका है. सुशील मोदी को मुझ जैसे कार्यकर्ताओं की हाय लग गई है. सुशील मोदी ने मुझे काफी परेशान किया था. उनकी वजह से मुझे भाजपा और जदयू छोड़कर राजद में आकर चुनाव लड़ना पड़ा. सुशील मोदी की वजह से ही ताराकांत झा जैसे कद्दावर नेता भाजपा छोड़कर चले गए थे.”भाजपा ने सुशील मोदी को निपटा दिया है. अब वह नीतीश कुमार को निपटाने की तैयारी में है. नीतीश के नेतृत्व में लाचार बहुमत की सरकार बनी है जो ज्यादा दिनों तक नहीं चल सकती. नीतीश कुमार अगर महागठबंधन में शामिल होते हैं तो वे तीसरे मोर्चे का नेतृत्व करेंगे और केंद्र में महागठबंधन की कांग्रेस के साथ सरकार बनेगी.” अमरनाथ गामी, राजद नेता

भाजपा ने सुशील मोदी का किया एडजस्ट, विधान परिषद की आचार समिति के अध्यक्ष बने: बिहार में नई एनडीए सरकार के गठन के बाद सुशील मोदी साइडलाइन कर दिए गए। उन्हें डिप्टी सीएम की कुर्सी तो नहीं ही मिली साथ ही साथ कैबिनेट में भी एडजस्ट नहीं किया गया लेकिन अब डिप्टी सीएम की कुर्सी जाने के बाद सुशील कुमार मोदी को विधान परिषद में नई जिम्मेदारी मिली है। सुशील कुमार मोदी विधान परिषद की आचार समिति के अध्यक्ष बनाए गए हैं। परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने इस आदेश पर मुहर लगा दी है।
विधान परिषद की आचार समिति बेहद महत्वपूर्ण समिति मानी जाती है यह एक स्थायी समिति है और मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद इसका गठन किया गया था। परिषद से आने वाले सदस्यों के अनुशासन के साथ-साथ उनके आचार को लेकर यह समिति काम करती है। किसी भी तरह की अनुशासनहीनता या आपत्तिजनक आचरण के मामले इसी समिति के पास पहुंचते हैं। सुशील कुमार मोदी के साथ-साथ जेडीयू के विधान पार्षद और पूर्व जल संसाधन मंत्री संजय झा को भी परिषद की एक महत्वपूर्ण समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। संजय झा याचिका समिति के अध्यक्ष होंगे। इस संबंध में कार्यकारी सभापति ने आदेश जारी कर दिया है। संजय झा को भी इस बार कैबिनेट में जगह नहीं मिली है।