दिल्ली से बिहार का किराया सवा लाख रुपए, बस वाला लोगों से 85 रुपए KM ले रहा बस भाड़ा

PATNA : ये नई लू’ट शुरू हुई है. अभी पहाड़गंज से लौट रहा था तो रास्ते में कुछ लोग पैदल जाते दिखे. पूछने पर उन्होंने बताया कि ओखला जा रहे हैं. वहां से एक बस का इंतज़ाम हुआ है जो उन्हें बिहार पहुँचा देगी.

किराया कितना ले रहे हैं? ये सवाल पूछने पर उन्होंने बताया कि ‘एक आदमी का चार हज़ार रुपए.’ कुल तीस लोगों को लेकर बस जाएगी. यानी बस की बुकिंग हुई एक लाख बीस हज़ार रुपए.इन लोगों को किशनगंज जाना है. मैंने दिल्ली से किशनगंज की दूरी देखी तो मालूम हुआ क़रीब 1400 किलोमीटर का सफ़र है. यानी बस वाला इन लोगों से 85 रुपए प्रति किलोमीटर ले रहा है. इससे कम दर पर बीएमडब्ल्यू किराए पर मिल जाती है.

हवाई जहाज़ का किराया चुकाकर बस में जा रहे ये सभी लोग दिहाड़ी मज़दूरी करने वाले लोग हैं. लगभग सभी लोगों ने अपने घर-गाँव से पैसा मंगाया है, कुछ ने तो उधारी की है, तब जाकर ये चार-चार हज़ार रुपए जमा किए हैं.जो ट्रेन दिल्ली से चल रही हैं उन सबकी बुकिंग सिर्फ़ ऑनलाइन हो रही है। अव्वल तो मज़दूर वर्ग के पास ऑनलाइन टिकट बुक करने की पहुँच नहीं है। दूसरा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बंगाल और बिहार जैसे इलाकों के लिए टिकट ऑनलाइन भी नहीं मिल पा रहे हैं।

लिहाज़ा हज़ारों मज़दूर पूरी तरह ‘आत्मनिर्भर’ हो गए हैं। कोई अपने पैर छिलवाते हुए पैदल बढ़े जा रहा है तो कोई जेब उधड़वाकर जहाज़ के दाम पर बस में जा रहा है। आपदा में अवसर खोजने वालों ने इन मज़दूरों में भी अवसर खोज ही लिया है। हम सच में आत्मनिर्भर हो गए हैं। हमारे मज़दूर हवाई जहाज़ के दाम पर बस में चलने लगे हैं, अब इससे ज़्यादा आत्मनिर्भर हम और क्या होंगे?

Rahul Kotiyal

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