झारखंड सरकार का बड़ा फैसला, बैद्यनाथधाम-देवघर का श्रावणी मेला इस वर्ष नहीं होगा

कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए देवघर का विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला का आयोजन इस बार नहीं होगा। इस वर्ष श्रावण मास 6 जुलाई से शुरू होने वाले मेला स्थगित कर दिया गया है। आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने पहले ही धार्मिक सभा, समागम आदि पर रोक लगा रखी है। ऐसे में श्रावणी मेला का आयोजन इस बार नहीं किया जा सकता। सम्भावना जताई जा रही है कि सरकार सीमित स्वरुप में जलाभिषेक का निर्णय ले सकती है।

राज्य के देवघर व दुमका में लगनेवाला श्रावणी मेला इस बार आयोजित नहीं होगा। राज्य के विभिन्न हिस्सों में आयोजित होनेवाला रथ मेला भी इस बार आयोजित नहीं होगा। आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने पहले ही धार्मिक सभा, समागम आदि पर रोक लगा रखी है। ऐसे में श्रावणी मेला व रथ मेला का आयोजन नहीं हो सकता। अमिताभ कौशल के अनुसार, केंद्र सरकार ने 30 मई को लॉक डाउन में रियायतों केा लेकर जो आदेश जारी किया है उसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अभी भी किसी तरह की पब्लिक गैदरिंग नहीं हो सकती। धार्मिक सभा और समागम के आयोजन भी रोक बरकरार रखी गई है। उनके अनुसार, केंद्र का उक्त आदेश अभी भी लागू है।

कोरोना का प्रभाव विश्व प्रसिद्ध देवघर श्रावणी मेले पर भी पड़ा है। इस वर्ष श्रावणी मेले का आयोजन नहीं होगा। इसके अलावा राज्य के विभिन्न हिस्सों में आयोजित होनेवाला श्रीजगन्नाथ रथयात्रा मेला भी इस बार नहीं लगेगा। राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने पहले ही धार्मिक सभा, समागम आदि पर रोक लगा रखी है। ऐसे में श्रावणी मेला व रथ मेला का आयोजन नहीं हो सकता।

अमिताभ कौशल के अनुसार, केंद्र सरकार ने 30 मई को लॉक डाउन में रियायतों को लेकर जो आदेश जारी किया है उसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अभी भी किसी तरह की पब्लिक गैदिङ्क्षरग नहीं हो सकती। धार्मिक सभा और समागम के आयोजन भी रोक बरकरार रखी गई है। केंद्र का उक्त आदेश अभी भी लागू है।

बता दें कि देवघर के श्रावणी मेले में देश-विदेश से लाखों लोग जुटते हैं। इससे लाखों लोगों को रोजगार भी मिलता है। मेले के आयोजन नहीं होने से उनके समक्ष रोजगार का संकट भी उत्पन्न हो जाएगा। भगवान जगन्नाथ के विभिन्न मंदिरों में भी बड़ा मेला लगता है, जो इस बार नहीं लग सकेगा।

झारखंड सरकार के स्तर से इस वर्ष श्रावणी मेला का आयोजन नहीं करने के निर्णय के बाद जिला प्रशासन ने बैद्यनाथ मंदिर जाने के सभी रास्तों पर सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया है। सोमवार की देर रात देवघर की उपायुक्त नैंसी सहाय के निर्देश पर कोविड-19 महामारी से बचाव एवं इसके संक्रमण को रोकने के उद्देश्य सभी धार्मिक प्रतिष्ठानों को हरहाल में बंद रखने कड़ा निर्देश दिया है।

दरअसल अनलॉक-1 में मिली रियायत के बाद ऐसा देखा जा रहा था कि बाबा मंदिर के प्रवेश द्वार पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो रही थी। जिला प्रशासन ने यहां जमा हो रहे भीड़ को गंभीरता से लेते हुए कई स्थानों पर ड्रॉप ग्रेट बैरियर लगाने के साथ दंडाधिकारियों एवं पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति तीन पारियों में करने का निर्णय लिया है।

प्रथम पाली सुबह चार बजे से 9.30 बजे तक किया गया है। द्वितीय पाली 9.00 बजे से शाम तीन बजे तक किया गया है। तृतीय पाली दोपहर 2.30 बजे से रात्रि आठ बजे तक किया गया है। इसके अलावा सीता होटल, लक्ष्मी चौक, बीएन झा पथ, हिन्दी विद्यापीठ, जलसार मोड़ के समीप प्रथम, द्वितीय व तृतीय पाली में दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।

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