बिहार में देशी गाय पालने वालों की बल्ले-बल्ले, नीतीश सरकार ने किया 70 प्रतिशत अनुदान देने का ऐलान

बिहार में देसी गाय पालने के लिए सरकार ने शुरू की योजना, 75 फीसदी तक मिल रहा है अनुदान : दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने और बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए सरकार ने देसी गो-पालन प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की है. इस संबंध में जिला पशुपालन विभाग के डेयरी फील्ड ऑफिसर अशोक कुमार सिंह ने बताया कि देसी गो-पालन प्रोत्साहन योजना से न सिर्फ रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, बल्कि देसी गायों की संख्या में वृद्धि के साथ दूध का उत्पादन बढ़ेगा. उन्होंने बताया कि डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार ने अनुदान का भी प्रावधान किया है. इसमें सबसे अधिक 75 फीसदी तक अनुदान मिलेगा.

अशोक कुमार सिंह ने बताया कि आज देसी गायों की संख्या काफी कम हो चुकी है, जबकि साहिवाल, गिर और थारपारकर नस्ल की गायों के दूध में अन्य गायों की अपेक्षा अधिक न्यूट्रिशियंस मौजूद हैं. ऐसे में इस योजना से देसी गायों की न सिर्फ नस्लें बढ़ेंगी, बल्कि पौष्टिक दूध का उत्पादन भी बढ़ेगा.

डेयरी फील्ड ऑफिसर अशोक कुमार सिंह ने बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा. डेयरी के लिए 1 अगस्त से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. उन्होंने बताया कि इच्छुक किसान आधिकारिक वेबसाइट dairy.bihar.gov.in पर अप्लाई कर सकते हैं. आवेदन की प्रक्रिया 1 सितंबर 2023 तक चलेगी. प्राप्त सभी आवेदनों के आधार पर योजना का लाभ देने के लिए आवेदकों का चयन किया जाएगा. वहीं डेयरी प्रोजेक्ट लगाने वाले व्यक्ति के पास 5 से 10 कठ्ठा जमीन और दुग्ध उत्पादन समिति का सदस्यता प्रमाण पत्र होना चाहिए.

डेयरी फील्ड ऑफिसर के मुताबिक, देसी गाय का डेयरी स्थापित करने के लिए जिला गव्य विकास कार्यालय ने लक्ष्य निर्धारित किया है. इसके तहत 2 दुधारू सामान्य जाति के लिए 16, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के 2, अनुसूचित जाति के लिए 6 और अनुसूचित जनजाति के 4 लोगों को लाभ मिलेगा. इसी तरह 4 दुधारू सामान्य जाति के लिए, अत्यंत पिछडा को 1, अनुसूचित जाति के 1 व्यक्ति को लाभ मिलेगा. 15 दुधारू समान्य, अनुसूचित और अनुसूचित जाति के एक-एक यूनिट का लाभ मिलेगा. 20 दुधारू सामान्य जाति के एक लाभुक को लाभ देने का लक्ष्य है.

अशोक कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना फेज-2 के तहत समाज के सभी वर्ग के बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए स्वरोजगार का सृजन होना है. अनुदानित राशि को चार कैटेगरी में बांटा गया है. एससी/एसटी के लिए 75 फीसद, सभी वर्गों के लिए 50 फीसद और 15 व 20 गायों पर 40 फीसद अनुदान का प्रावधान है. वहीं 2 दुधारू पर 2 लाख 42 हजार, 4 दुधारू पर 5 लाख 20 हजार, 15 गायों पर 20 लाख 20 हजार और 20 गायों पर 26 लाख 70 हजार लोन का प्रावधान है. उन्होंने बताया कि जिन किसानों को अधिक जानकारी चाहिए वह जिला पशुपालन विभाग के कार्यालय में आकर गव्य अधिकारियों से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

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